तमिलनाडु बोर्ड 11वीं कक्षा परिणाम 2024: छात्राओं ने लड़कों को पछाड़ा, कुल उत्तीर्ण प्रतिशत में मामूली वृद्धि

तमिलनाडु बोर्ड 11वीं कक्षा के परिणाम घोषित, छात्राओं का शानदार प्रदर्शन

तमिलनाडु निदेशालय सरकारी परीक्षा (TNDGE) ने गुरुवार को 11वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इस वर्ष कुल 8,11,172 विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया था, जिनमें से 7,39,539 विद्यार्थी सफल रहे हैं। इस प्रकार, कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 91.17% रहा है, जो पिछले वर्ष के 90.93% से मामूली वृद्धि दर्शाता है।

परीक्षा परिणामों में एक बार फिर छात्राओं ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 94.69% रहा, जबकि छात्रों का प्रतिशत 87.26% रहा। यह लगातार कई वर्षों से देखा जा रहा है कि लड़कियां अपनी मेहनत और लगन से लड़कों से आगे निकल रही हैं।

परीक्षा का आयोजन 4 मार्च से 25 मार्च के बीच

तमिलनाडु बोर्ड की 11वीं कक्षा की परीक्षाएँ इस वर्ष 4 मार्च से 25 मार्च के बीच आयोजित की गई थीं। कोविड-19 महामारी के कारण पिछले कुछ वर्षों में शिक्षा व्यवस्था प्रभावित रही, किन्तु इस वर्ष स्थिति सामान्य होने के बाद परीक्षाएँ निर्धारित समय पर संपन्न हुईं।

परीक्षा में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले थोड़ी कम रही। वर्ष 2023 में लगभग 8.47 लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जबकि इस वर्ष यह संख्या घटकर 8.11 लाख रह गई। हालाँकि, उत्तीर्ण प्रतिशत में वृद्धि इस बात का संकेत है कि विद्यार्थियों ने अच्छी तैयारी की थी।

विद्यार्थियों को डिजिटल मार्कशीट भी उपलब्ध

तमिलनाडु बोर्ड द्वारा 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को जारी किए गए अंक पत्र में विद्यार्थी का नाम, पंजीकरण संख्या, विषय-वार प्राप्तांक, आंतरिक मूल्यांकन के अंक, लिखित परीक्षा के अंक, प्रायोगिक परीक्षा के अंक, कुल अंक और उत्तीर्ण स्थिति जैसी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होती है।

विद्यार्थी अपने अंक पत्र को बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। परिणाम और अंक पत्र दोनों डिजिटल रूप में उपलब्ध हैं, जिससे विद्यार्थियों को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। मार्कशीट डाउनलोड करने के लिए विद्यार्थियों को अपना रोल नंबर और जन्म तिथि दर्ज करनी होगी।

प्रमुख जिलों में उत्तीर्ण प्रतिशत

इस वर्ष प्रमुख जिलों में उत्तीर्ण प्रतिशत इस प्रकार रहा:

  • चेन्नई - 96.15%
  • कोयंबटूर - 95.88%
  • मदुरै - 93.41%
  • तिरुनेलवेली - 92.66%
  • ईरोड - 90.13%

चेन्नई और कोयंबटूर जैसे शहरी क्षेत्रों में उत्तीर्ण प्रतिशत अधिक रहा, जबकि ग्रामीण जिलों में यह कम देखा गया। हालाँकि, सभी जिलों ने पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है।

कक्षा 12वीं के लिए तैयारी शुरू

11वीं कक्षा के परिणाम जारी होते ही विद्यार्थियों ने अगली कक्षा यानी 12वीं की तैयारी शुरू कर दी है। इस महत्वपूर्ण कक्षा में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को 11वीं में अच्छे अंक प्राप्त करने होते हैं। इसके अलावा, प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी यह समय अहम माना जाता है।

शिक्षा विभाग द्वारा 12वीं कक्षा में प्रवेश के लिए न्यूनतम अर्हता अंक निर्धारित किए गए हैं। विज्ञान संकाय में प्रवेश के लिए विद्यार्थी को गणित और विज्ञान विषयों में कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने आवश्यक हैं। वाणिज्य संकाय के लिए इन विषयों में 45 प्रतिशत अंक की आवश्यकता होती है।

निष्कर्ष

तमिलनाडु बोर्ड 11वीं कक्षा के परिणामों ने एक बार फिर छात्राओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन को रेखांकित किया है। लड़कियों ने न केवल लड़कों को पीछे छोड़ा, बल्कि कुल उत्तीर्ण प्रतिशत में भी वृद्धि हुई है। यह शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक संकेत है।

विद्यार्थियों को अब भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए। 12वीं कक्षा और उसके बाद की शिक्षा में प्रवेश के लिए मेहनत करनी होगी। साथ ही, अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार करियर का चुनाव करना भी महत्वपूर्ण होगा। अभिभावकों और शिक्षकों का मार्गदर्शन इस दौरान अहम भूमिका निभाता है।

हम सभी सफल विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धि पर बधाई देते हैं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। जो विद्यार्थी अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं कर पाए, उन्हें हताश नहीं होना चाहिए। सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से वे भी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

टिप्पणि:

  • harsh srivastava

    harsh srivastava

    मई 14, 2024 AT 22:54

    तमिलनाडु बोर्ड का 11वीं परिणाम देखकर बहुत खुशी हुई ये साफ है कि लड़कियों ने पढ़ाई में हाथ आज़माया है उनका लगन देखी जा रही है परीक्षा में उनका प्रतिशत बहुत बढ़िया है और ये भविष्य में भी फायदा देगा

  • Praveen Sharma

    Praveen Sharma

    मई 15, 2024 AT 16:20

    वाकई में लड़कियों का प्रदर्शन शानदार रहा

  • deepak pal

    deepak pal

    मई 16, 2024 AT 09:45

    बेटा, इस बार के परिणाम से लगता है कि पढ़ाई का माहौल बदल रहा है 😊

  • KRISHAN PAL YADAV

    KRISHAN PAL YADAV

    मई 17, 2024 AT 03:11

    डेटा एनालिटिक्स के हिसाब से देखिए तो छात्रा समूह की सफलता रिटेंशन रेट में इम्प्रूवमेंट को दर्शाती है, खासकर रिविजन स्ट्रेटेजी और टाइम मैनेजमेंट की एफ़िकेसी ने ग्रेड्स को बूस्ट किया है

  • ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ

    ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ

    मई 17, 2024 AT 20:37

    हां, नंबर तो बढ़े हैं पर असली सवाल ये है कि क्या पढ़ाई का दबाव कम हो रहा है या सिर्फ मार्किंग में ढील है

  • chandu ravi

    chandu ravi

    मई 18, 2024 AT 14:03

    ईच्छा है कि जितनी भी मेहनत हुई हो वो सबको दिखे, लेकिन कुछ छात्रों को तो लगता है वो भी सिर्फ अंक जुटाने का खेल है 😢

  • Neeraj Tewari

    Neeraj Tewari

    मई 19, 2024 AT 07:29

    जीवन में शिक्षा को एक दीपक माना जाता है जो अज्ञानता के अंधेरे को दूर करता है। तमिलनाडु बोर्ड के इस परिणाम से यह स्पष्ट होता है कि छात्रा वर्ग ने अपने सपनों को साकार करने में गहरा इरादा दिखाया है। उनका उच्च उत्तीर्ण प्रतिशत यह दर्शाता है कि सामाजिक बंधनों को तोड़कर उन्होंने पढ़ाई को प्राथमिकता दी है। इस बदलाव को केवल लिंग का नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक दृढ़ता का परिणाम माना जा सकता है। प्रत्येक लड़की ने अपने भीतर की क्षमता को पहचानते हुए कठिनाइयों को पार किया है। उनके मेहनत की कहानी न केवल व्यक्तिगत सफलता बल्कि सामुदायिक प्रगति का संकेत है। माता-पिता और शिक्षकों को भी इस परिवर्तन में अपना योगदान देना चाहिए। डिजिटल मार्कशीट की उपलब्धता ने छात्रों को तत्काल परिणाम देखना आसान बना दिया है। इस सुविधा ने आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया है और भविष्य की योजना बनाने में मदद की है। यह भी उल्लेखनीय है कि शहरी क्षेत्रों में परिणाम बेहतर रहे, पर ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुधार की दिशा में कदम बढ़ रहे हैं। यह दर्शाता है कि शैक्षणिक नीति में सुधार हो रहा है। अब 12वीं की तैयारी में छात्रों को अपने व्यक्तिगत लक्ष्य को निर्धारित करना चाहिए। विज्ञान या वाणिज्य के क्षेत्रों में प्रवेश के लिए न्यूनतम अंक निर्धारित किया गया है, जो छात्रों को स्पष्ट दिशा देता है। इस प्रकार, परिणाम केवल एक अंक नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत का प्रतीक है। अंत में, हमें सभी मेहनती छात्रों को बधाई देना चाहिए और उन पर विश्वास बनाए रखना चाहिए

  • Aman Jha

    Aman Jha

    मई 20, 2024 AT 00:54

    परिणाम देखकर लगता है कि शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों का योगदान बढ़ रहा है इसी दिशा में समाज को सामंजस्य बनाये रखना जरूरी है सबका साथ और समर्थन आवश्यक है

  • Mahima Rathi

    Mahima Rathi

    मई 20, 2024 AT 18:20

    आंकड़े तो बढ़ रहे हैं पर असली शिक्षा का मानक क्या है, इस परिणाम में भी गहराई नहीं दिखती 🙄

  • Jinky Gadores

    Jinky Gadores

    मई 21, 2024 AT 11:46

    कभी-कभी लगता है सफलता की चमक के पीछे कई असफलताओं की कहानियां छिपी होती हैं

  • Vishal Raj

    Vishal Raj

    मई 22, 2024 AT 05:12

    ये परिणाम बस आँकड़ों का खेल है वास्तविक शिक्षा कहीं और है

  • Kailash Sharma

    Kailash Sharma

    मई 22, 2024 AT 22:38

    क्या आप जानते हैं कि इस साल के परिणाम में एक नया ट्रेंड देखा गया है लड़कियों की जीत का जश्न मनाने के लिए कई स्कूलों ने विशेष समारोह आयोजित किए हैं

  • Shweta Khandelwal

    Shweta Khandelwal

    मई 23, 2024 AT 16:04

    शायद सरकार ने इस आंकड़े को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया है ताकि बाहर वाले देखेंगे कि हम कितने बत्तख हैं

  • sanam massey

    sanam massey

    मई 24, 2024 AT 09:29

    भारत की विविधता में शिक्षा का समान अवसर होना चाहिए, इस प्रकार के सकारात्मक परिणाम सामाजिक समावेश को बढ़ावा देते हैं और सभी को प्रेरित करते हैं

  • jinsa jose

    jinsa jose

    मई 25, 2024 AT 02:55

    तथ्य यह है कि परिणामों को केवल आँकड़ों तक सीमित न रखकर छात्रों के समग्र विकास पर भी विचार किया जाना चाहिए, यह नैतिक दायित्व है

  • Suresh Chandra

    Suresh Chandra

    मई 25, 2024 AT 20:21

    बधाई हो सभी सफल विद्यार्थियों को 🎉 आगे भी ऐसे ही मेहनत जारी रखें

  • Digital Raju Yadav

    Digital Raju Yadav

    मई 26, 2024 AT 13:47

    यह सफलता का नया अध्याय है, चलो आगे भी इस ऊर्जा को बनाए रखें और और अधिक लक्ष्य स्थापित करें

  • Dhara Kothari

    Dhara Kothari

    मई 27, 2024 AT 07:13

    जो छात्र अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाए, उनके लिए यह समय पुनः प्रेरणा जुटाने का है और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना चाहिए

  • Sourabh Jha

    Sourabh Jha

    मई 28, 2024 AT 00:38

    इस तरह के भावनात्मक पोस्ट से हटो, असली मुद्दा है हमारे स्कूलों में हो रहे निवेश की कमी, नहीं तो ऐसे परिणाम नहीं मिलते

  • Vikramjeet Singh

    Vikramjeet Singh

    मई 28, 2024 AT 18:04

    सही में, लड़कियों की मेहनत ने माहौल बदल दिया है

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