हर्मनप्रीत कौर के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान को 88 रन से हराया

जब हर्मनप्रीत कौर, भारत महिला क्रिकेट टीम की कप्तान ने 5 अक्टूबर 2025 को कोलंबो के रिप्रेमदास स्टेडियम में पाकिस्तान को 88 रन से हराया, तो देश भर में खुशी की लहर दौड़ गई। 247 रन बनाकर भारत ने एक कठिन, बारिश‑से‑भीगी पिच पर दबाव में भी अपना आत्मविश्वास नहीं खोया, और 3‑20 की जबरदस्त गेंदबाज़ी से क्रांति गौड़ को ‘प्लेयर्स ऑफ द मैच’ का फ़ॉलो मिल गया।
पृष्ठभूमि और महत्त्व
यह मैच 2025 महिला ODI विश्व कप के ग्रुप चरण का हिस्सा था। भारतीय महिलाओं का पाकिस्तान के खिलाफ रिकॉर्ड 11‑0 था, और इस जीत से वह 12‑0 हो गया। दोनों देशों के क्रिकेट संबंध अक्सर राजनीतिक तनाव से परे रहे हैं, इसलिए इस जीत का भावनात्मक वजन सामान्य जीत से कहीं अधिक है।
मैच का विवरण
भारत ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करने का विकल्प चुना। शुरूआती ओवरों में पिच बहुत धीमी थी, जिससे रन बनाना मुश्किल हो गया। फिर भी रिचा घोश ने 20 गेंदों में 35* बना कर टीम को 203/7 से 247 तक ले गई। उसके अलावा हर्सलीन देओल ने 46 रन, जेमीमा रोज़रड्स ने 32 रन और प्रतिकी रावल ने 31 रन का योगदान दिया।
पाकिस्तान के लिए रौशनी इतनी तेज़ नहीं थी। 22‑साल की तेज़ गेंदबाज़ क्रांति गौड़ ने पहले दस ओवरों में सदीफ शामस और आलिया रियाज़ को निकालते हुए 3 विकेट लिए। दीप्ति शर्मा ने भी तीन विकेट लेकर टीम को और दबाव में डाल दिया। अंतिम स्कोर 159 सभी आउट, भारत ने 88 रन से जीत हासिल की।
कप्तान हर्मनप्रीत का बयान
पोस्ट‑मैच समारोह में हर्मनप्रीत ने कहा, “बहुत खुश हूँ, यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण खेल था और मुझे यकीन है कि घर वाले भी खुश हैं। हमारी गेंदबाज़ी शानदार रही, विशेषकर क्रांति की ओवरें ने खेल का रुख बदल दिया।” वह जोड़ती हैं, “पिच आसान नहीं थी, हमें विकेट बचाते हुए रन बनाते रहना था। यही हमारा मुख्य लक्ष्य था।”
मुख्य क्षणों की सूची
- क्रांति गौड़ का शुरुआती ओवर – 3 विकेट, 20 रन्स
- रिचा घोश की 20‑बॉल फायर – 35* बिना आउट हुए
- हर्मनप्रीत का दो वीकलेट फील्डिंग – 2 कुल कैच, कुल 69 कैच के साथ झूलन गोस्वामी के बाद दूसरे स्थान पर
- पटर्न की धूप‑झलक – बारिश‑से‑भीगी पिच पर रनों की तालमेल बनाना
टीम की प्रतिक्रियाएँ और अगले कदम
दुर्भाग्य से टीम ने कुछ अवसर गँवाए, पर अंत में जीत ने सबको संतुष्ट किया। अगले मुकाबले में भारत को दक्षिण अफ़्रीका महिला क्रिकेट टीम का सामना करना पड़ेगा, जो 9 अक्टूबर को वही स्टेडियम में खेला जाएगा। कॉल अप में रेनुका सिंह ठाकुर का चयन और अमनजोत कौर की चोट से बाहर रहने के कारण टीम की बॉलिंग फ़ॉर्मूला में थोड़ा बदलाव आ सकता है।

विशेषज्ञ विश्लेषण
क्रिकेट विश्लेषक आकाश चोपड़ा ने कहा, “हर्मनप्रीत पर अभी थोड़ा दबाव है, क्योंकि टॉप‑ऑर्डर ने बड़ी इंनिंग नहीं लगाई। यदि स्मृति मंदाना और हर्मनप्रीत दोनों ही लगातार रन बनाते रहें, तो हम छठी गेंदबाज़ी के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं।” वे यह भी जोड़ते हैं कि भारत को अब बॉलिंग में विविधता चाहिए, क्योंकि स्पिनर की भूमिका अधिक महत्त्वपूर्ण होगी।
ऐतिहासिक संदर्भ
हर्मनप्रीत कौर ने इस विश्व कप में अपना पाँचवाँ ODI विश्व कप जिया। भारत को मूल रूप से इस टूर्नामेंट की मेजबानी भारत में करनी थी, पर कोराना‑उपचार के बाद इसे श्रीलंका में स्थानांतरित किया गया। इस जीत से वह अब मिथाली राज के रिकॉर्ड (165 कैच) को पीछे छोड़कर 69 कैच के साथ दूसरा स्थान हासिल कर चुकी हैं। 2005 में पहली बार ODI में पाकिस्तान के सामने भारत ने जीत हासिल की थी, और तब से कभी हार नहीं पाई।
भविष्य की राह
यदि भारत दक्षिण अफ़्रीका को भी हराता है, तो समूह में पहले स्थान पर पहुंच कर क्वार्टर‑फ़ाइनल का रास्ता साफ़ हो जाएगा। खिलाड़ियों की फिटनेस, विशेषकर तेज़ गेंदबाज़ी स्टार्टर क्रांति गौड़ की निरंतरता, इस चरण में निर्णायक होगी। दूसरी ओर, हर्मनप्रीत को अपने अनुभव का सहारा लेकर दबाव को सकारात्मक ऊर्जा में बदलना होगा, ताकि टीम का मनोबल ऊँचा रहे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत महिला टीम की इस जीत का भारतीय प्रशंसकों पर क्या असर होगा?
जैसे ही टीम ने पाकिस्तान को हराया, घर-घर में जश्न का माहौल था। सोशल मीडिया पर धूम मचा, और कई शहरों में कैफ़े व पब में लाइव प्रसारण देखते हुए झूमने वाले दर्शक देखे गए। इस जीत से महिला क्रिकेट की लोकप्रियता में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
क्या इस जीत से भारत‑पाकिस्तान के बीच खेल संबंधों में बदलाव आएगा?
क्रिकेट हमेशा कूटनीति का सफ़र रहा है। भारत‑पाकिस्तान के मैचों में अक्सर हाथ मिलाने का रस्म़ नहीं होता, पर इस जीत से दोनों पक्षों के बीच खेल‑संबंधों की धारा तेज़ होगी। भविष्य में अधिक द्विपक्षीय टूर की संभावनाएँ बढ़ सकती हैं।
हर्मनप्रीत कौर ने किस रिकॉर्ड को तोड़ा?
उनके दो नए कैच ने उन्हें महिला ODI में कुल 69 कैच के साथ झूलन गोस्वामी के बाद दूसरा स्थान दिलाया, तथा उन्होंने मिथाली राज के 165 कैच के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
आगामी मैच में भारत को कौन‑सी चुनौतियाँ मिलेंगी?
दक्षिण अफ़्रीका की बैटिंग लाइन‑अप तेज़ और बहु‑दिशात्मक है। भारत को यदि अपना स्पिनर्स का संतुलित प्रयोग और तेज़ गेंदबाज़ों की निरंतर दबाव बनाए रखना है, तो उन्हें अपनी फील्डिंग भी बेहतरीन रखनी होगी।
क्रांति गौड़ की इस बॉलिंग प्रदर्शन का क्या महत्व है?
केवल 10 ओवर में 3 विकेट और 20 रन देकर उन्होंने टीम को शुरुआती दबाव दिया। इस प्रकार की तेज़ गेंदबाज़ी भारतीय टीम में नए विकल्प का संकेत देती है और भविष्य के टूर में उन्हें मुख्य ऑवर्स में रखने की संभावना बढ़ाती है।
टिप्पणि:
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हर्मनप्रीत की कप्तानी में टीम ने असाधारण टीम भावना का प्रदर्शन किया, जिससे जीत की मिठास और भी बढ़ गई। यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी।
Deepak Kumar
अक्तूबर 9, 2025 AT 02:27