IMD चेतावनी: दिल्ली में तेज धूप, मुंबई में बाढ़ का खतरा

मुंबई में बाढ़ की गंभीर चेतावनी

इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने मुंबई और उसके निकटवर्ती क्षेत्रों के लिए लाल अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट शनिवार, 27 सितंबर से सोमवार सुबह तक बरकरार रहेगा। इस दौरान शहर में अत्यधिक वर्षा, तेज़ बिजली गिरना और स्थानीय स्तर पर तूफान देखने को मिल सकते हैं।

मुंबई ने इस महीने पहले ही 445 मिलीमीटर बारिश दर्ज कर ली है, जो सामान्यतः सितंबर में मिलने वाले औसत 380 मिलीमीटर से काफी अधिक है। कोलाबा स्टेशन पर अकेले 54 mm और सांताक्रुज़ पर 12 mm की बारीश गिर चुकी है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि बरसात की तीव्रता पहले से ही अपेक्षित स्तर से ऊपर है।

भौगोलिक कारणों से मुंबई के आसपास के पालघर, ठाणे और रायगाड़़ भी इस अलर्ट में शामिल हैं। इन क्षेत्रों में भी समान रूप से भारी बारिश और तेज़ हवा की संभावना है। अधिकारी लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि वे जलजमाव वाले मार्गों से बचें और अनावश्यक यात्रा ना करें।

  • पानी भरने वाले सड़क या पुलों से न गुजरें।
  • बिजली गड़गड़ाहट के समय पेड़ के नीचे न रुकें।
  • स्थानीय प्राधिकरण के आदेशों का पालन करें।
  • आपातकालीन स्थितियों में तुरंत मदद के लिए 112 पर कॉल करें।
दिल्ली में तेज धूप और उच्च तापमान

दिल्ली में तेज धूप और उच्च तापमान

वहीं, राजधानी दिल्ली में मौसम बिलकुल उलटा दिख रहा है। आज का तापमान 28°C से 35°C के बीच बदलता दिख रहा है, जिससे लोगों को लगातार पानी पीने की सलाह दी जा रही है। दिल्ली में अधिकांश दिन धूप वाला रहेगा और केवल 3‑8 दिन ही बारिश का अनुमान है।

सर्दी की शुरुआत होने के बावजूद इस महीने का तापमान बहुत अधिक है। मौसम विभाग ने लोगों को गर्मी से बचने के लिए हल्के कपड़े पहनने, सूर्य की रोशनी में बहुत देर तक न रहने और पर्याप्त हाइड्रेशन पर ज़ोर दिया है।

IMD की चेतावनी के अनुसार, महाराष्ट्र के जलना, बीड और सोलगुड़ जैसे जिलों में भी लाल अलर्ट जारी है, जहाँ तीव्र बारिश और तूफ़ान की संभावना है। साथ ही कई अन्य राज्यों—छत्तीसगढ़, केरल, गोवा, कर्नाटक के उत्तर हिस्से और तेलंगाना—में भारी वर्षा के संकेत मिल रहे हैं।

सरकार ने इस मौसम में आम जनता को कई सावधानियां बरतने का अनुरोध किया है। फॉल्ट लाइन या जल जमा हो चुके क्षेत्रों में जाना, सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाना और असत्य जानकारी साझा करना दोनों ही जोखिमभरा माना गया है। सभी को आधिकारिक स्रोतों से अपडेट लेते रहने और स्थानीय प्राधिकरणों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।

टिप्पणि:

  • KRISHAN PAL YADAV

    KRISHAN PAL YADAV

    सितंबर 28, 2025 AT 04:08

    साथियों, आज की मौसम चेतावनी को एक टीम की रणनीति मानिए।
    जैसे प्रैक्टिस में इंटेंसिटी बढ़ाते हैं, वैसे ही हमें जल‑सुरक्षा उपायों को दोगुना करना चाहिए।
    ड्रिलिंग की तरह, घरों के निकास मार्ग को साफ़ रखना आवश्यक है, ताकि क्विक एस्केप हो सके।
    हाइड्रेशन कोटेशन को नज़रअंदाज़ न करें, क्योंकि हाई तापमान में शरीर का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ता है।
    नॉड्यूल्स की तरह, महीनों में बरसात के पैटर्न को मॉनीटर करें, ताकि हम फ्लो को प्रेडिक्ट कर सकें।
    ट्रेनिंग सत्रों में जैसे वार्म‑अप होता है, वैसा ही सुबह थोड़ा स्ट्रेच और हल्का व्यायाम शरीर को तैयार रखता है।
    यदि बारिश से पानी जमा हो, तो उस क्षेत्र को "डेड‑ज़ोन" मान कर, तुरंत वैकल्पिक रूट चुनें।
    इमरजेंसी किट में टॉर्च, फर्स्ट‑एड और पोर्टेबल चार्जर को हमेशा हाइपर‑विज़िबल रखें।
    बिजली गिरने के समय, मेटलिक वस्तुओं से दूरी बनाए रखें, जैसे कोचिंग में डिफेंसिव प्ले।
    समुदाय स्तर पर एक "सुरक्षा डेस्क" बनाएं, जहाँ सभी लोग रिसोर्स शेयर कर सकें।
    सोशल मीडिया पर फेक खबरों को ब्लॉक कर, आधिकारिक IMD अलर्ट को फॉलो करें।
    बच्चों को जल‑सुरक्षा के नियम सिखाएं, जैसे स्किल्स ड्रिल्स में बेसिक मोवमेंट।
    ट्रैफ़िक जाम को कम करने के लिए पिक अप‑ड्रॉप पॉइंट्स को रोटेट करें, जिससे लोड बॅलेन्स हो।
    हर 2 घंटे में मौसम अपडेट चेक करना एक ‘साइकल’ की तरह काम करेगा, जिससे हम सतर्क रहे।
    अंत में, टीम स्पिरिट को बनाये रखें, क्योंकि सामूहिक जागरूकता ही जीत की कुंजी है।
    चलो, इस मौसम को एक सफल मिशन बनाते हैं और सुरक्षित रहते हैं।

  • ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ

    ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ

    सितंबर 30, 2025 AT 11:41

    अरे, ये चेतावनी तो बस मौसम विभाग की बड़ी दिखावा है।
    लोग हर बार अलार्म सुनते‑ही क्यों घबराते हैं?
    असल में, हमें थोड़ा आराम करना चाहिए।

  • chandu ravi

    chandu ravi

    अक्तूबर 2, 2025 AT 05:21

    दिल्ली की धूप से जलन में हूँ 🌞😭,
    मुंबई की बाढ़ देख के दिमाग़ हिल गया 😱।

  • Neeraj Tewari

    Neeraj Tewari

    अक्तूबर 3, 2025 AT 14:41

    मनुष्य की आत्मा भी मौसम की तरह बदलती है, कभी धूप तो कभी तूफ़ान।
    इस परिवर्तन को स्वीकार करना ही बौद्धिक प्रगति का पहला कदम है।
    महत्त्वपूर्ण है कि हम बाहरी तूफ़ान से भीतर के शांति को नहीं खोएँ।
    तभी हम सच्ची स्थिरता पा सकेंगे।

  • Aman Jha

    Aman Jha

    अक्तूबर 4, 2025 AT 18:28

    सबको नमस्ते, दोहरी चेतावनी से स्पष्ट है कि प्रकृति हमें आवाज़ दे रही है।
    दिल्ली में धूप और मुंबई में बाढ़, दोनों ही हमारे जीवन शैली को चुनौती दे रहे हैं।
    इसलिए, हमें व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ ही सामाजिक सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए।
    स्थानीय अधिकारियों की सलाह मानना और पड़ोसी की मदद करना दोनो ही आवश्यक हैं।
    अंत में, शांत रहकर और उचित तैयारी करके हम इस मौसम को सहजता से पार कर सकते हैं।

  • Mahima Rathi

    Mahima Rathi

    अक्तूबर 5, 2025 AT 16:41

    है न? बस इसलिए कहा था 🙄।
    पर अलर्ट नहीं मानने से बाद में परेशानी होगी 🤷‍♀️।

  • Jinky Gadores

    Jinky Gadores

    अक्तूबर 6, 2025 AT 12:08

    वापस आते‑आते तो मैं खुद को ही देखता हूँ 😔😢 बस ऐसी ही भीड़ में खोया रहूँगा

  • Vishal Raj

    Vishal Raj

    अक्तूबर 7, 2025 AT 04:48

    इन्हें देख कर लगता है सब कुछ बड़ा बना-भड़ाकर पेश किया गया है

  • Kailash Sharma

    Kailash Sharma

    अक्तूबर 7, 2025 AT 20:13

    अरे भाई, मुंबई की बाढ़ तो हवाई आक्रमण जैसी है!
    क्या हमने इस खतरे को नज़रअंदाज़ किया?
    दिल्ली की धूप को भी एक भयानक फायरस्टॉर्म समझें!
    सब को तुरंत तैयार रहना चाहिए!

  • Shweta Khandelwal

    Shweta Khandelwal

    अक्तूबर 8, 2025 AT 10:06

    इंडियन गवर्नमेंट के ये अलर्ट असल में विदेशी एजेंटों की धागे है।
    मुंबई में बाढ़ का सीन तो बस उनके साजिश का हिस्सा है।
    दिल्ली की धूप भी हर कोई जान-बूझ कर गर्मी बेचता है।
    लोग झूठी खबरों से फँसते हैं और हमारी सच्ची ताकत को नहीं देखते।
    हमें अपना देश बचाने के लिये इन झूठों को खत्म करना होगा।

  • sanam massey

    sanam massey

    अक्तूबर 8, 2025 AT 22:36

    श्वेता, आपके दृष्टिकोण में कुछ सच्चाई हो सकती है, पर हमें तथ्यांक के आधार पर ही निर्णय लेना चाहिए।
    IMD की चेतावनी वैज्ञानिक डेटा पर आधारित है और इसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा है।
    इसलिए, व्यक्तिगत विचारों से ऊपर जाकर हम सभी को सहयोगी बनना चाहिए।

  • jinsa jose

    jinsa jose

    अक्तूबर 9, 2025 AT 09:43

    यह अत्यंत ही लापरवाह व्यवहार है कि लोग मौसम की गंभीरता को हल्के में लेते हैं।
    नागरिकों को नैतिक उत्तरदायित्व निभाना चाहिए और आधिकारिक निर्देशों का पालन करना चाहिए।
    नहीं तो सामाजिक व्यवस्था में अराजकता फैल सकती है।

  • Suresh Chandra

    Suresh Chandra

    अक्तूबर 9, 2025 AT 19:26

    भाइयो और बहनो, इमड की अलर्ट को ignore मत करो 😂।
    बरसात में गीले रस्ते पर फिसलना असान है 😅।
    हल्का लिविंग कपड़े पहनें और स्याब पर न चलें 🙏।

  • Digital Raju Yadav

    Digital Raju Yadav

    अक्तूबर 10, 2025 AT 03:46

    सुरेश भाई ठीक कह रहे हैं, चलो सकारात्मक रहें!
    मौसम को मन की स्थिति बना लें।
    सब मिलके सुरक्षित रहें!

  • Dhara Kothari

    Dhara Kothari

    अक्तूबर 10, 2025 AT 10:43

    मैं समझती हूँ कि बाढ़ और धूप दोनों ही लोगन को तनाव में डालते हैं, लेकिन हमें फिर भी शांत रहना चाहिए।
    यदि कोई नियम तोड़ता है तो तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
    सुरक्षा को लेकर लापरवाही कोई विकल्प नहीं है।
    इसलिए सभी को मिलकर सावधानी बरतनी चाहिए।

  • Sourabh Jha

    Sourabh Jha

    अक्तूबर 10, 2025 AT 16:16

    धरां तुम ठीक कह रही हो पर देशभक्तों को तो इस असली खतरे का सामना खुद करना पड़ता है।
    हम लोग हमेशा अपना कर्तव्य निभाते हैं, चाहे मौसम जो भी हो।
    इस बार भी हम भारत की शान बचाएंगे।

एक टिप्पणी लिखें: