मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 184 रन से हराया, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 की बढ़त

मेलबर्न टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया ने भारत को रौंदा, ऐतिहासिक सालाना हार

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया चौथा टेस्ट मैच उम्मीदों के बिल्कुल उलट खतरनाक मोड़ पर खत्म हुआ। भारी दबाव के बीच भारत, 340 रन का टारगेट चेज करते हुए 112/3 की मजबूत स्थिति से 155 रन पर ही ढेर हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने 184 रन से जीत दर्ज की और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 की अहम बढ़त बना ली। यह हार सिर्फ एक और टेस्ट नतीजे से ज्यादा है—भारत की मेलबर्न में 13 साल से चली आ रही नाबाद रिकॉर्ड की कहानी अचानक थम गई।

पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 474 रन बनाकर दम दिखाया। बल्लेबाजों ने धैर्य और दम दोनों दिखाए, जहां भारत की बॉलिंग लय में नहीं दिखी। जवाब में भारत की ओर से भी लड़ाई कम नहीं थी। 369 रन तक पहुंचना आसान नहीं था, लेकिन पारी के अहम पड़ावों पर विकेट गंवाने से वह बढ़त बरकरार नहीं रख सका। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 234 रन पर पारी घोषित की, जिससे भारत के सामने 340 का बड़ा चैलेंज था।

भारतीय बल्लेबाज़ों की लड़खड़ाहट, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों का दबदबा

मुकाबले की असली कहानी भारत की चौथी पारी में खुल गई। युवा यशस्वी जायसवाल (84 रन) और शुभमन गिल (30 रन) ने जैसे-जैसे रन जोड़ने शुरू किए, मैच में रोमांच वापस आने लगा था। इस जोड़ी ने भरोसा भी दिलाया, और लगा कि भारत वापसी कर सकता है। लेकिन फिर वही पुरानी परेशानियां—मिडिल ऑर्डर का ढहना। ऋषभ पंत (30 रन) आउट होते ही स्कोर था 112/3, लेकिन इसके बाद पारी बिखर गई। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान Pat Cummins ने 3/28 की खतरनाक गेंदबाज़ी से भारत को ध्वस्त कर दिया। ट्रैविस हेड ने भी पार्ट-टाइम स्पिन से पंत का कीमती विकेट लेकर खेल का रुख मोड़ दिया।

विकेट गिरते रहे, और भारत के शेष बल्लेबाज दबाव में गलती कर बैठे। कोई टिक नहीं पाया। निचला क्रम किसी भी तरह लड़ाई में जान नहीं डाल सका और पूरी टीम 79.1 ओवर में 155 रन पर सिमट गई।

इसी हार ने भारत के लिए खतरे की घंटी और बजा दी है। अब सिडनी में होने वाले आखिरी टेस्ट में जीत-या-हार पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नतीजा टिका है। अगर ऑस्ट्रेलिया वहां भी जीत गया या मैच ड्रॉ भी रहा, तो ट्रॉफी उनकी झोली में चली जाएगी।

यह मेलबर्न की हार सिर्फ नंबरों का खेल नहीं, बल्कि मानसिक दबाव में भारतीय बल्लेबाजों की असली कमजोरी सामने आ गई है। अब देखना होगा कि अगले मैच में भारत वापसी कर पाता है या नहीं, क्योंकि मेलबर्न में लगातार 13 सालों से चला आ रहा जीत का सिलसिला ऑस्ट्रेलियाई चुनौती के सामने ढह गया।

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