स्मृति मंदाना के शतक से भारत ने इंग्लैंड को 97 रन से हराया - ट्रेंट ब्रिज में नया रिकॉर्ड

मैच का सारांश

ट्रेंट ब्रिज, नॉटिंघम में 28 जून को खेले गए पहले टी20I में भारत ने इंग्लैंड को 97 रन से मात दी। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुन ली, लेकिन भारत ने शुरुआती ओवरों में ही रफ़्तार पकड़ ली। 20 ओवर में 210/5 बनाते हुए भारत ने इतिहास रचा, और इंग्लैंड एक ही आउट सह 113 पर समाप्त हुआ।

मैदान पर तेज़ गति और छोटे कॉर्ड के कारण बल्लेबाज़ी आसान रही, पर भारतीय गेंदबाज़ी ने भी कड़ी पाबंदी दिखाई। इंग्लैंड की सभी मौजूदा गेंदबाज़ी को लगातार दबाव झेलना पड़ा और अंत में केवल 14.5 ओवर में ही उनका डाटा समाप्त हो गया।

मुख्य क्षण और रिकॉर्ड

मुख्य क्षण और रिकॉर्ड

भारी धक्का भारत की स्मृति मंदाना शतक पर गया। वह 62 गेंदों में 112 रन बनाकर अपने करियर में पहला टी20I शतक कर गईं। इस पारी में उन्होंने 78 रन सीमा के भीतर सबसे अधिक चारों ओर से लगाया, जो 2018 में हरमनप्रीत कौर के रिकॉर्ड को तोड़ता है। इस शतक के साथ वह पहली भारतीय महिला बन गईं जिसने सभी तीन फॉर्मैट में शतक बनाया।

साथी हर्लिन देओल ने अपना 1,000वां अंतर्राष्ट्रीय रन छू लिया। उनका समर्थन और शफ़ाली वर्मा के साथ मिलकर बनाया गया साझेदारी 21वीं पचीस रनों की साझेदारी बन गई, जो ऑस्ट्रेलिया की एलीसा हीली‑बेथ मोनी की 20‑रन की पुरानी दुनिया भर की रिकॉर्ड को पीछे छोड़ गया।

इंग्लैंड की ओर से लौरिन बेल ने 4 ओवरों में 3 विकेट लिए, लेकिन उनका व्यक्तिगत माइलस्टोन – अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100वें विकेट की उपलब्धि – मैच के परिणाम को नहीं बचा सकी। इंग्लैंड की टॉप स्कोरर नट स्किवर‑ब्रंट ने 42 गेंदों में 66 बना दिया, लेकिन तेज़ रफ़्तार गेंदबाज़ी ने उनके टीम को आगे नहीं बढ़ने दिया।

भारत की नई गेंदबाज़ नन श्री चाराणी ने डेब्यू के साथ ही 3.5 ओवर में 4/12 के शानदार आंकड़े प्रस्तुत किए। उनका यह प्रदर्शन इंग्लैंड की समाप्ति को तय करने में मुख्य भूमिका निभाया, खासकर जब उन्होंने दो फास्ट बॉल्स पर सिक्सर चलाईं।

मैदान पर कई शानदार फील्डिंग भी देखी गईं। रिचा घोश ने एक तेज़ पिच पर बेहतरीन कैच ली, जिससे इंग्लैंड के आक्रमण को और भी बाधित किया गया। कोचिंग टीम ने गेंदबाज़ी योजना के तहत विभिन्न गति और लाइन‑लेंथ के संयोजन को बखूबी लागू किया, जिससे इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को निरंतर दबाव में रखा गया।

इस जीत से भारत को पूरे श्रृंखला के लिए आत्मविश्वास मिला है। इंग्लैंड ने पिछले महीने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 6-0 की सफ़लता हासिल कर ली थी, पर अब उन्हें भारत की तेज़ पिच और सम्पूर्ण टीम बंडल का सामना करना पड़ेगा। यह मैच इंग्लैंड के टेम्पलेट में सबसे बड़ी टी20I हार के रूप में दर्ज होगा, और भारत को इस राइफल में लगातार जीत की दिशा में आगे बढ़ने का संकेत मिला है।

टिप्पणि:

  • Dhara Kothari

    Dhara Kothari

    सितंबर 26, 2025 AT 01:56

    स्मृति मंदाना ने इस शतक से न सिर्फ़ भारत को जीत दिलाई बल्कि महिला क्रिकेट के लिए नई उम्मीदें जगाई 😊। उनका आक्रमण इतना ज़ोरदार था कि इंग्लैंड की गेंदबाज़ी डर के मारे बेहोश हो गई। 62 गेंदों में 112 रन बनाकर वह एक नया मानक स्थापित कर रही हैं। इस जीत में गेंदबाज़ी की भी काफी बड़ी भूमिका रही, खासकर नई गेंदबाज़ नन श्री चाराणी की शानदार डेब्यू। पूरे देश को इस जीत पर गर्व है और हम सबको प्रेरणा मिलती है।

  • Sourabh Jha

    Sourabh Jha

    सितंबर 26, 2025 AT 02:05

    हमे यकीनन एंग्लैंड को हराने का हक़ है, हमारी टीम ने दिखा दिया कि हम सबसे बड़िया हैं! बधाइयाँ सभी खिलाडिओं को, पर अगली बार और भी ज़्यादा धाकड़ बनो, नही तो फिर हारेंगे।

  • Vikramjeet Singh

    Vikramjeet Singh

    सितंबर 26, 2025 AT 02:13

    भारत की जीत दिल से शानदार महसूस हुई।

  • sunaina sapna

    sunaina sapna

    सितंबर 26, 2025 AT 02:21

    महिला क्रिकेट ने हाल के वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति की है। स्मृति मंदाना का शतक इस प्रवृत्ति का प्रतीक है। उनका प्रदर्शन ना केवल तकनीकी श्रेष्ठता को दिखाता है, बल्कि मानसिक दृढ़ता को भी। इस जीत ने युवा लड़कियों को यह विश्वास दिलाया है कि वे भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमक सकती हैं। ट्रेड ब्रिज की तेज़ पिच ने बल्लेबाज़ी को आसान बनाया, लेकिन भारतीय गेंदबाज़ी ने संतुलन बनाए रखा। नई गेंदबाज़ नन श्री चाराणी की डेब्यू में आश्चर्यजनक आँकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारतीय टीम में गहरी प्रतिभा है। पार्टनरशिप का महत्व इस मैच में स्पष्ट दिखा, जहां शफ़ाली वर्मा और हरलीन देओल ने मिलकर 1,000 अंतर्राष्ट्रीय रन हासिल किया। इस तरह के माइलस्टोन आगामी पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनते हैं। टीम की रणनीति में विविध गति और लाइन‑लेन्थ का उपयोग विशेषकर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को दबाव में रखता रहा। कोचिंग स्टाफ ने इस रणनीति को सतत् लागू किया जिससे प्रत्येक ओवर में विपक्षी को चुनौती मिली। बड़े मैदान में परफेक्ट फील्डिंग और तेज़ कैच ने मैच का स्वरूप बदल दिया। रिचा घोश की चतुर कैचर ने इंग्लैंड के आक्रमण को और बाधित किया। इस जीत से भारत को विश्व स्तरीय महिला क्रिकेट में अपनी स्थिति सुदृढ़ करने का विश्वास मिला है। हमें इस सफलता को निरंतरता में बदलना चाहिए, ताकि भविष्य में भी ऐसी जीतें मिलती रहें। अंत में, यह कहना उचित है कि स्मृति मंदाना का शतक सिर्फ़ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारतीय महिला खेल की संभावनाओं का प्रमाण है।

  • Ritesh Mehta

    Ritesh Mehta

    सितंबर 26, 2025 AT 02:30

    जिम्मेदारी है कि हम जीत को घमण्ड में नहीं बल्कि शांति में देखें

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