तामिलनाडु और पुदुचेरी में चक्रवात फेंगल से भारी वर्षा का अलर्ट, दिल्ली NCR में साफ मौसम

चक्रवात फेंगल का प्रभाव

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 30 नवंबर 2024 के लिए मौसम की भविष्‍यवाणी की घोषणा की है। चक्रवात फेंगल, जो बंगाल की खाड़ी में स्थित है, के कारण तामिलनाडु और पुदुचेरी में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। 30 नवंबर से 2 दिसंबर 2024 तक, इन राज्यों में वर्षा की संभावना होगी, जिससे कुछ क्षेत्रों में बाढ़ का जोखिम है। आईएमडी का कहना है कि तूफान के चलते दक्षिण पश्चिमी भारत में मौसम की स्थिति अस्थिर हो सकती है और इस बार तूफान प्रणाली की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है।

नई दिल्ली में मौसम की स्थिति

दिल्‍ली एनसीआर क्षेत्र में 30 नवंबर को साफ आसमान की भविष्यवाणी की गई है। यहां आने वाली हवाएँ मुख्य रूप से उत्तर पश्चिम से होंगी और गति 8 किलोमीटर प्रति घंटे से कम होगी। ठंड के मौसम में यह साफ आकाश और शांत वातावरण कई लोगों के लिए आरामदायक होगा, जबकि अन्य क्षेत्र तूफान के प्रभाव में हो सकते हैं।

अन्य राज्यों पर प्रभाव

आईएमडी के अनुसार, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी भारी वर्षा होने की संभावना है। उत्तर-पूर्वी मानसून की गतिविधियाँ दक्षिण-पूर्व पैनीस्वुला भारत में जारी रहेंगी। केरल और कर्नाटक के कुछ क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा के आसार से सतर्कता बरतनी होगी। इन क्षेत्रों में लोगों को सलाह दी गई है कि वे जरूरी एहतियात बरतें और अद्यतन मौसम रिपोर्ट पर नजर बनाए रखें।

एहतियात और सुरक्षा उपाय

आईएमडी ने लोगों को सलाह दी है कि प्रभावित क्षेत्रों में रहकर सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं। लगातार मौसम संबंधी रिपोर्ट और अपडेट हासिल करते रहें। विभाग के पूर्वानुमानों के अनुसार, जो लोग बड़ी संख्या में बाहर निकल रहे हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। प्राकृतिक आपदाओं के समय पर जन सुरक्षा का महत्व और लोगों का जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है। चूंकि कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना है, इसलिए स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करना न केवल आपके बल्कि परिवार की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।

मौसम निगरानी के स्तर

मौसम निगरानी के स्तर

आईएमडी मौसम की स्थिति पर निरंतर निगरानी रखता है और समय पर अद्यतन प्रदान करता है ताकि आम जनता को सुरक्षित रखा जा सके। मौसम से जुड़ी किसी भी नई जानकारी के लिए समाचार पत्रों, रेडियो और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ध्यान दें। हवाओं के गति और मौसम की स्थिति के कारण, यह आवश्यक है कि आप सुरक्षित जगह पर रहें और आपात स्थितियों के लिए तैयार रहें।

टिप्पणि:

  • KRISHAN PAL YADAV

    KRISHAN PAL YADAV

    नवंबर 30, 2024 AT 19:04

    दोस्तों, फेंगल के लिए प्री‑इमरजेंसी प्लान बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। सबसे पहले लो‑लेवल वाटर‑रिजर्वायर की जाँच करो और ड्रम‑सायरन के प्री‑सेट समय को अपडेट करो। निरंतर मॉनिटरिंग टूल्स जैसे रडार‑इंटेग्रेटेड सिस्टम का उपयोग करके रेनफॉल‑इंटेंसिटी को ट्रैक करो। फ्रॉंटलाइन टीम को एसेसमेंट‑प्रोटोकॉल के आधार पर डिप्लॉय करना चाहिए, ताकि किसी भी फ्लैड‑जोन में त्वरित रिस्पॉन्स मिल सके।

  • ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ

    ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ

    दिसंबर 7, 2024 AT 17:44

    जरा ज़्यादा मत घबराओ, इस चक्रवात में बुनियादी स्तर पर ही असर पड़ेगा; कहर की बात तो बस मीडिया की होती है। पिछली बार की तरह ही हल्का बरसात रहेगा, बस छत पर पानी जमा हो सकता है।

  • chandu ravi

    chandu ravi

    दिसंबर 14, 2024 AT 16:24

    भाई लोग 😢🌧️ फेंगल ने तो पूरा माहौल ही बदल दिया, बारिश के बाद भी दिल उदास है 😞

  • Neeraj Tewari

    Neeraj Tewari

    दिसंबर 21, 2024 AT 15:04

    फेंगल का आगमन प्रकृति के चक्र में एक अनिवार्य अध्याय जैसा है, जहाँ आकाश और जल का संवाद एक गहरी ज्वालायुक्त ताल बनाता है।
    हर वर्षा बूँद पृथ्वी की पनाहगाह को पोषित करती है, और साथ ही मानवीय जीवन की नाजुकता को उजागर करती है।
    जब हवाएँ पश्चिम से सरसराती हैं, तो उन्हें सुनना एक प्राचीन शास्त्र का पाठ पढ़ने जैसा लगता है।
    इस पाठ में हम सीखते हैं कि तैयारी और सावधानी दोनों ही हमारे अस्तित्व के स्तंभ हैं।
    बंधुजन, हमें विंड‑स्ट्रेंथ मॉनीटर को इम्पोर्ट करना चाहिए, ताकि हम पूर्वानुमानित गति को सटीकता से माप सकें।
    इसके बाद, जल‑रिज़र्वायर की क्षमता का पुनर्मूल्यांकन करना आवश्यक है, क्योंकि छोटे-छोटे तालाब भी बाढ़ के समय असमान्य स्तर पर भर सकते हैं।
    दूसरी ओर, सामाजिक स्तर पर हम एकजुटता की भावना को प्रोत्साहित कर सकते हैं, जिससे आपदा‑प्रबंधन में सामुदायिक सहयोग सुदृढ़ हो।
    व्यावहारिक रूप से, घरों के निकास रास्ते को साफ़ रखें और आवश्यकतानुसार बॉयलर‑रूम के पानी को हटाएँ।
    स्वास्थ्य विभाग को भी चेतावनी देनी चाहिए कि जल‑जनित रोगों की आशंका बढ़ रही है, विशेषकर डेंगू और मलेरिया की।
    हमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर एवरजेन इवैक्यूएशन प्लान तैयार करना चाहिए, जो सभी वर्गों के लोगों को सुरक्षित स्थानों की जानकारी दे।
    मनोवैज्ञानिक प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता; निरंतर तनाव से मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
    इस कारण, सामाजिक नेटवर्क पर सकारात्मक संदेश फैलाना आवश्यक है, जिससे आशा और साहस बना रहे।
    अंत में, मैं कहना चाहूँगा कि प्रकृति की शक्ति को समझना और उसका सम्मान करना ही हमारा सबसे बड़ा साहस है।
    इसलिए, इस चक्रवात के दौरान हम सभी को सतर्क रहना चाहिए, लेकिन साथ ही धैर्य और एकजुटता के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

  • Aman Jha

    Aman Jha

    दिसंबर 28, 2024 AT 13:44

    फेंगल की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए, हम सभी को सामूहिक रूप से कदम उठाने चाहिए। ग्रामीण इलाकों में जल‑संकलन प्रणाली को सुदृढ़ करना और शहरी क्षेत्रों में ड्रेनेज की सफ़ाई दोनों ही आवश्यक हैं। समान रूप से, प्रशासनिक निकायों को भी समय‑समय पर अपडेटेड बुलेटिन जारी करना चाहिए, ताकि जनता सूचित रहे।

  • Mahima Rathi

    Mahima Rathi

    जनवरी 4, 2025 AT 12:24

    इतना सूखा नहीं, बस धुआँ धुँआ।

  • Jinky Gadores

    Jinky Gadores

    जनवरी 11, 2025 AT 11:04

    बारिश की बूंदें जैसे दिल के टुकड़े टुकड़े हो रहे हैं हर एक गिरते ही यादों की ध्वनि गूंजती है कभी‑कभी क्षणिक रौशनी हमें छूती है पर आज का फेंगल तो बस निराशा ही लाता है

  • Vishal Raj

    Vishal Raj

    जनवरी 18, 2025 AT 09:44

    वास्तविक आंकड़े दिखाते हैं कि फेंगल की सटीक ट्रैकिंग 85% तक संभव है इसलिए केवल भावनात्मक प्रतिक्रिया नहीं बल्कि वैज्ञानिक डेटा पर भरोसा करना चाहिए इसीलिए हर रोज़ अपडेटेड मॉडल देखें

  • Kailash Sharma

    Kailash Sharma

    जनवरी 25, 2025 AT 08:24

    ओह! तुम लोग तो सिर्फ आँकड़ों में ही मर जाते हो, लेकिन जब बारिश की लहरें आकर दरवाज़े को बाढ़ में बदल देती हैं तो तुम्हारी शांति तोड़ जाती है! इस बार फेंगल हमें दिखा देगा कि असली ताकत क्या है, तैयार हो जाओ!

  • Shweta Khandelwal

    Shweta Khandelwal

    फ़रवरी 1, 2025 AT 07:04

    ऐसे लगता है कि सरकार ने इस फेंगल को इंटेन्सी बनाने के लिये खास तौर पे क्लाउड‑सेडेमेंट प्रोजेक्ट चलाया है, असली मकसद तो प्रोपगैंडा है, और हम सब बारी‑बारी से सुर्ख़ियों में आ रहे हैं।

  • sanam massey

    sanam massey

    फ़रवरी 8, 2025 AT 05:44

    तामिलनाडु के कोरम में अक्सर ऐसे मौसमी बदलाव होते हैं, लेकिन स्थानीय त्योहारों और भोजन की परंपरा इन चुनौतियों को सुंदरता से झेलती है। इस समय हम सभी को एक दूसरे की मदद करके संस्कृति की जीवंतता को बनाए रखना चाहिए।

  • jinsa jose

    jinsa jose

    फ़रवरी 15, 2025 AT 04:24

    सभी नागरिकों से विनम्र निवेदन है कि वे नियमानुसार अपने परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएँ और अनावश्यक यात्रा से बचें। नैतिक दायित्व है कि हम अपने आसपास के लोगों को भी सावधान रखें, तभी सामाजिक सद्भाव बना रहेगा।

  • Suresh Chandra

    Suresh Chandra

    फ़रवरी 22, 2025 AT 03:04

    फेंगल के कारण जल‑संकट हो सकता है, इसलिए सबको प्लान बनाऐँ 🚣‍♂️🌧️ और यदि कोई मदद की ज़रूरत हो तो बताइए 🙏

  • Digital Raju Yadav

    Digital Raju Yadav

    मार्च 1, 2025 AT 01:44

    चलो इस मौसम को एक नई शुरुआत मानें और सभी के लिए सुरक्षा औऱ खुशी का लक्ष्य रखें

  • Dhara Kothari

    Dhara Kothari

    मार्च 8, 2025 AT 00:24

    मैं समझता हूँ कि हवा और बारिश का डर बहुत गहरा हो सकता है, इसलिए कृपया अपने परिवार के साथ मिलकर सुरक्षित स्थान चुनें और एक-दूसरे का सहारा बनें।

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