टाटा मोटर्स डिमर्जर, टाटा इन्वेस्टमेंट 1:10 स्प्लिट, टाटा कैपिटल की बड़ी IPO

जब टाटा मोटर्स ने 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होने वाले डिमर्जर की घोषणा की, तो टाटा मोटर्स लिमिटेड कमर्शियल व्हीकल्स (TMLCV) और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड (TMPVL) शेयरधारकों को मुफ्त शेयर मिलेंगे, साथ ही टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने 14‑Oct‑2025 को 1:10 स्टॉक स्प्लिट बताया, और टाटा कैपिटल लिमिटेड ने भारत की 2025 की सबसे बड़ी IPO का ऐलान किया। ये एक साथ चल रहे कदम भारत के निवेशकों को सीधे‑सीधे लाभ देने की कोशिश को दिखाते हैं।
डिमर्जर की मुख्य बातें
डिमर्जर को टाटा मोटर्स डिमर्जरभारत कहा गया है। इस योजना के तहत प्रत्येक टाटा मोटर्स के शेयरधारक को एक TMLCV शेयर मिलेगा। डिमर्जर के बाद कमर्शियल व्हीकल्स का कारोबार एक नई कंपनी TMLCV में चलेगा, जबकि शेष पासेंजर व्हीकल्स TMPVL के नाम से ट्रेड होगा।
फॉर्मैलिटी पूरी होते‑ही, कमर्शियल व्हीकल्स की नई इकाई को नवंबर 2025 में लिस्टिंग का लक्ष्य रखा गया है, पर सभी नियामक मंजूरी अभी बाकी हैं। इस दौरान, टाटा मोटर्स के शेयरों का मूल्य 29‑Sept‑2025 को ₹670.90 पर ट्रेड हुआ, 0.30 % गिरावट के साथ, जबकि पिछले पाँच ट्रेडिंग दिनों में 5 % और साल‑भर 10 % से अधिक गिरावट देखी गई। कंपनी का मार्केट‑कैपिटलाईज़ेशन ₹2.47 लाख कोटि के करीब है।
S&P Global Ratings ने कहा कि डिमर्जर से कंपनी की बैलेंस‑शीट मजबूत होगी और इटालियन फर्म इवेको के संभावित अधिग्रहण के जोखिम को कम करेगा। रीटिंग में परिवर्तन नहीं दिखाया गया, यानी "BBB/स्थिर" रेटिंग बरकरार रहेगी।
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन का स्टॉक स्प्लिट
टाटा ग्रुप के वित्तीय हब टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने 14‑Oct‑2025 को रिकॉर्ड डेट के साथ 1:10 स्टॉक स्प्लिट घोषित किया। इस कार्रवाई से शेयर का फेस वैल्यू ₹10 से घटकर ₹1 हो गया। परिणामस्वरूप, 30‑Sept‑2025 को शेयरों की कीमत ₹10,611 पर पहुँच कर 20 % बढ़ी, जिससे निवेशकों में उत्साह की लहर दौड़ी।
स्प्लिट के पीछे RBI की नई लिस्टिंग नियमावली का पालन करने की जरूरत है—टाटा सॉन्स को अपने प्रमुख कंपनियों को लिस्ट करने की बाध्यता तय हुई है। इसलिए, टाटा इन्वेस्टमेंट की इस कदम को समूह की भविष्य की लिस्टिंग रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है।
टाटा कैपिटल की IPO विवरण
टाटा समूह का अगला बड़ा कदम टाटा कैपिटल लिमिटेड का IPO है, जिसकी कुल इश्यू राशि ₹15,511 करोड़ तक पहुँचने की संभावना है। यह 2025 का सबसे बड़ा IPO होगा, जिसमें 21.00 करोड़ नई इक्विटी शेयर और 26.58 करोड़ ऑफर‑फ़र‑सेल (OFS) शेयर शामिल हैं। कुल 47.58 करोड़ शेयर सार्वजनिक होंगे।
ओएफएस में टाटा सॉन्स प्रा. लि. लगभग 23 करोड़ शेयर बेचेगा, वहीं अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) 3.58 करोड़ शेयर को हटा रहा है। मूल्य बैंड ₹310‑₹326 प्रति शेयर तय है, और रिटेल, एंटिटी, एचएनआई एवं विदेशी निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन 6‑Oct‑2025 से 8‑Oct‑2025 तक खुलेगा। एंकर अलोकेशन 3‑Oct‑2025 को होगा।
टाटा कैपिटल की प्रबंधन टीम ने खुद को "भारत की सबसे तेज़ी से बढ़तीं NBFC" के रूप में पेश किया, खासकर रिटेल और एसएमई क्रेडिट में 15 % साल‑दर‑साल वृद्धि के साथ। कंपनी का अनुमानित मूल्यांकन ₹1.38 लाख कोटि तक पहुंच सकता है। ग्रे‑मार्केट की मांग पहले ही बढ़ चुकी है, जिससे संकेत मिलता है कि इस IPO को निवेशकों की बड़ी आशा है।
बाजार की प्रतिक्रिया और विश्लेषण
डिमर्जर, स्प्लिट और IPO के साथ-साथ टाटा मोटर्स के शेयर पिछले वर्ष में लगभग 32 % गिरावट देख चुके हैं, मुख्य कारण जैनर‑लेज़र (JLR) की यूरोप, चीन और यूएस में कम मांग है। फिर भी, विश्लेषकों का मानना है कि डिमर्जर से पैसेंजर सेक्टर पर फोकस साफ़ होगा, जिससे लंबी अवधि में लाभ की संभावना बढ़ेगी। इवेको का संभावित अधिग्रहण भी रोशनी में आया है; यदि यह सफल रहा तो टाटा मोटर्स को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में नई सवारी मिल सकती है।
टाटा इन्वेस्टमेंट के स्प्लिट के बाद शेयरों में तेज़ी से उछाल आया, जबकि टाटा कैपिटल के IPO की घोषणा से पूरे समूह में “लिस्टिंग‑बूम” की लहर देखी जा रही है। निवेशकों की आँखें अब इस बात पर टिकी हैं कि टाटा सॉन्स कब लिस्टिंग का कदम उठाएगा, क्योंकि वह समूह के अधिकांश हिस्सों को सार्वजनिक करने का प्रमुख कारक हो सकता है।
भविष्य की संभावनाएँ
डिमर्जर के बाद TMPVL को फोकस्ड पासेंजर वेंचर के रूप में देखना पड़ेगा। यदि वह इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों में निवेश करता है, तो यह भारत के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) लक्ष्य को पूरा करने में मदद कर सकता है। वहीं, TMLCV का स्टॉक परफॉर्मेंस नए लिस्टिंग के साथ सतह पर आँकड़ा देगा—उम्मीद है कि दीर्घकालिक रूप से फ्लीट‑सेगमेंट में स्थिरता आएगी।
टाटा कैपिटल के IPO के सफल होने से समूह को अतिरिक्त पूँजी मिलेगी, जिससे वह रिटेल फ़ाइनेंस और डिजिटल लेंडिंग में विस्तार कर सकेगा। यदि समूह के सभी हिस्से लिस्टेड हो जाते हैं, तो निवेशकों को पारदर्शिता और उच्चतर मूल्यांकन का लाभ मिलेगा, जबकि समूह को बेहतर पूँजी तक पहुंच भी मिलेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
डिमर्जर से टाटा मोटर्स के शेयरधारकों को क्या लाभ मिलेगा?
डिमर्जर के बाद प्रत्येक टाटा मोटर्स के शेयरधारक को एक मुफ्त TMLCV शेयर मिलेगा, जिससे उन्हें कमर्शियल व्हीकल सेक्टर में सीधे शेयरहोल्डिंग मिल जाएगी। साथ ही, कंपनी का फोकस केवल पासेंजर व्हीकल्स पर रहेगा, जिससे संभावित इक्विटी री-रॅटिंग का लाभ संभव है।
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के 1:10 स्प्लिट का क्या असर होगा?
स्प्लिट से शेयर का फेस वैल्यू ₹10 से घटकर ₹1 हो जाएगा, जिससे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी और छोटे निवेशकों के लिये शेयर अधिक सुलभ बनेंगे। यह RBI की लिस्टिंग निर्देशावली का पालन भी करता है, जिससे टाटा सॉन्स की आगे की लिस्टिंग योजना में मदद मिलेगी।
टाटा कैपिटल की IPO में कौन‑कौन से हिस्से बेचे जा रहे हैं?
कुल 47.58 करोड़ शेयर ऑफ़र किए जा रहे हैं, जिसमें 21 करोड़ नई इक्विटी शेयर (फ्रेश इश्यू) और 26.58 करोड़ ऑफ़र‑फ़र‑सेल (OFS) शेयर शामिल हैं। OFS में टाटा सॉन्स लगभग 23 करोड़ शेयर और अंतर्राष्ट्रीय फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) 3.58 करोड़ शेयर बेचेंगे।
डिमर्जर और इवेको अधिग्रहण में क्या कनेक्शन है?
डिमर्जर से टाटा मोटर्स की बैलेंस‑शीट अधिक मजबूत होगी, जिससे इवेको जैसी अंतर्राष्ट्रीय कंपनी का अधिग्रहण आसान हो जाएगा। S&P का मानना है कि डिमर्जर के बाद कंपनी की रेटिंग स्थिर रहेगी, इसलिए इवेको के साथ किसी भी डील को रेटिंग‑साइड इफ़ेक्ट नहीं होगा।
इन सभी कदमों से टाटा समूह की कुल मार्केट वैल्यू पर क्या असर पड़ेगा?
डिमर्जर, स्टॉक स्प्लिट और बड़ी IPO मिलकर समूह को साफ़-सुथरी इकाइयों में विभाजित कर रहे हैं, जिससे निवेशकों को मूल्यांकन में पारदर्शिता मिलेगी। यदि सभी उपाय सफल होते हैं, तो समूह की मार्केट कैपिटलाईज़ेशन अगले साल ₹5 लाख कोटि से अधिक तक बढ़ने की संभावना है।
टिप्पणि:
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डिमर्जर का फैसला कंपनी के भविष्य को स्पष्ट दिशा देता है। लेकिन मुफ्त शेयरों से छोटे निवेशकों को अस्थायी लाभ मिलेगा, स्थायी नहीं। इस कदम की सच्ची सफलता तब देखी जाएगी जब इवेको अधिग्रहण सच में फाइनल हो। योजना की जटिलता को समझना हर शेयरधारक की जिम्मेदारी है।
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Swetha Brungi
अक्तूबर 1, 2025 AT 00:04
टाटा समूह की इस धारा में कई पहलें एक साथ चल रही हैं, जिससे बाजार में उत्साह का माहौल बन रहा है। डिमर्जर से पासेंजर फोकस स्पष्ट होगा और कमर्शियल सेक्टर को स्वतंत्र दिशा मिलेगी। स्टॉक स्प्लिट से लिक्विडिटी में वृद्धि की उम्मीद है, खासकर नए निवेशकों के लिए। IPO की संभावनाएं बड़ी हैं, लेकिन यह देखना होगा कि सब्सक्राइबर बीच में कैसे प्रतिक्रिया देते हैं। कुल मिलाकर, ये कदम समूह की दीर्घकालिक वृद्धि को सुदृढ़ कर सकते हैं।
Rajbir Singh
सितंबर 30, 2025 AT 21:51