Tata Motors को साइबर हमले का बड़ा झटका, ₹21,000 करोड़ का नुकसान, शेयर दबाव में

साइबर हमले की पृष्ठभूमि
2 सितंबर 2025 को Jaguar Land Rover (JLR) के सर्वर में एक बड़े स्तर का हैकिंग हमला हुआ। इस हमले की योजना ‘Scattered Lapsus$ Hunters’ नामक हैकर समूह ने बनाई, जो पहले Marks & Spencer व Co‑op जैसे बड़े यूके रिटेलरों को निशाना बनाया था। समूह ने JLR की कई फैक्ट्रियों – मर्सेसाइड, सोलिहुल तथा विदेशों में स्थित भारत, स्लोवाकिया और चीन – की कंप्यूटिंग सिस्टम को पूरी तरह बंद कर दिया। परिणामस्वरूप उत्पादन रुक गया और कंपनियों को गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ा।
पहले अनुमान के अनुसार उत्पादन की बंदी 24 सितंबर तक चलने वाली थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं और डेटा की रिकवरी में देरी के कारण यह 1 अक्टूबर 2025 तक बढ़ा दिया गया। कंपनी ने कहा है कि फैक्ट्रीज़ को क्रमिक रूप से फिर से चालू किया जाएगा, पर अब तक कोई स्पष्ट टाइम‑टेबल नहीं मिला है।
आर्थिक प्रभाव और शेयर बाजार
इस हमले के कारण JLR को रोज़ाना लगभग Tata Motors के £50 मिलियन का आय नुकसान हो रहा है। कुल संभावित नुकसान लगभग £2 बिलियन (लगभग ₹21,000 करोड़) अनुमानित है, जो पिछले वित्तीय वर्ष के कंपनी के शुद्ध लाभ (£1.8 बिलियन) से भी अधिक है। इस ओर कंपनी के CFO ने आपूर्ति श्रृंखला में भागीदारों के साथ मिलकर भुगतान प्राथमिकता तय करने और उत्पादन पुनः शुरू करने की योजना बनाई है।
बाजारों ने इस खबर पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। बीएसई पर Tata Motors के शेयर शुरुआती ट्रेड में ₹659.55 तक गिरे, जिससे 3.4 % की गिरावट आई। दो ट्रेडिंग सत्रों में शेयरों की कीमत में कुल 6‑7 % की गिरावट देखी गई, जो निवेशकों की असहजता को दर्शाता है।
JLR कंपनी Tata Motors की कुल संकलित आय का लगभग 70 % हिस्सी रखती है। इसलिए इस संकट का सीधा असर समूह की कुल आय, लाभ मार्जिन और भविष्य की विकास योजनाओं पर पड़ रहा है। कंपनी ने यह भी कहा कि पिछले तीन वर्षों में उन्होंने $5 बिलियन से अधिक का ऋण चुका दिया है, पर अब इस बड़े नुकसान को लेकर उनकी वित्तीय स्थिरता प्रश्नचिह्न में आ गई है।
सप्लायर्स की नेटवर्क भी इस आघात से जूझ रही है। भारत और अन्य देशों में JLR के कई सप्लायरों ने उत्पादन रुकने के कारण संभावित नौकरियों की हानि और वित्तीय दबाव का उल्लेख किया है। कंपनी ने कहा कि वह ग्राहकों, सप्लायर्स, कर्मचारियों और डीलरों को समर्थन देना जारी रखेगी, भले ही कारों का उत्पादन अभी रुका हुआ है।
ब्रिटिश सरकार भी इस मुद्दे को हल करने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस योजना सार्वजनिक नहीं हुई है। इस बीच, Tata Motors ने अपने पहले तिमाही के परिणामों में राजस्व में गिरावट और शुद्ध लाभ में 62 % की गिरावट को दर्ज किया, जिससे पहले से ही दबाव में थी कंपनी।
जैसे ही उद्योग इस बड़ी साइबर घटना की जाँच करेगा, हमें उम्मीद है कि कंपनियां भविष्य में एंटी‑साइबर सुरक्षा उपायों को और भी सुदृढ़ बनाएँगी, ताकि ऐसे बड़े आर्थिक नुकसान को रोका जा सके।