वीनस विलियम्स ने इंडियन वेल्स में वाइल्डकार्ड एंट्री को किया अस्वीकार

वीनस विलियम्स और इंडियन वेल्स: एक अनोखा मोड़

टेनिस की दुनिया की जानी-मानी खिलाड़ी वीनस विलियम्स ने हाल ही में बीएनपी परिबास ओपन इंडियन वेल्स में वाइल्डकार्ड एंट्री को ठुकरा दिया है। यह खबर तब सामने आई जब टॉर्नामेंट ने उनकी सहभागिता की घोषणा कर दी थी, लेकिन वीनस ने स्पष्ट किया कि उन्हें इस बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी। कोपेनहेगन में एक इवेंट के दौरान उन्होंने कहा, 'मुझे इसमें बहुत मज़ा आया कि मेरी भागीदारी की घोषणा की गई, लेकिन मैं पहले ही अन्य योजनाएं बना चुकी हूँ।'

वीनस का यह फैसला उनके लिए इंडियन वेल्स में वापसी का एक सुनहरा मौका था, जहां उन्होंने 2016 में 15 साल के लंबे बहिष्कार के बाद वापसी की थी। इस बहिष्कार की वजह 2001 में दर्शकों के विवादास्पद व्यवहार को माना गया, जो उनकी बहन सेरेना विलियम्स को लेकर था।

वीनस की वर्तमान स्थिति

वीनस की वर्तमान स्थिति

43 वर्ष की उम्र में भी वीनस टेनिस के प्रति अपनी लगन और जुनून को बनाए हुए हैं। हालांकि, इस साल मार्च में मियामी ओपन में अपनी पहली राउंड में पराजय के बाद से वह किसी भी बड़ी प्रतिस्पर्धा में नहीं उतरी हैं। इस समय उनका डब्ल्यूटीए रैंकिंग 975 है, जो उनके प्रशंसकों के लिए चौंकाने वाला हो सकता है।

टॉर्नामेंट निदेशक टॉमी हास ने वीनस के फैसले का सम्मान किया और कहा कि उनकी गैरमौजूदगी के बावजूद वे भविष्य में उनकी सहभागिता की उम्मीद करते हैं। वीनस ने स्पष्ट किया कि यदि स्थिति अनुकूल होती, तो वे निश्चित ही इस प्रस्ताव को स्वीकार करतीं।

टिप्पणि:

  • Mahima Rathi

    Mahima Rathi

    मार्च 15, 2025 AT 17:04

    वीनस ने फिर से वही पुराना ड्रामा चलाया 😒. टेनिस में उनका नाम तो बड़ा है, पर वाइल्डकार्ड को थूक दिया, बिल्कुल भी समझ नहीं आती 🙄. ऐसा लगता है जैसे उन्हें ध्यान चाहिए, पर अलग ढंग से 😏.

  • Jinky Gadores

    Jinky Gadores

    अप्रैल 4, 2025 AT 21:30

    मैं तो दिल से रो रही हूँ इस बात पे बस 😭 वीनस की मर्ज़ी को समझा नहीं जा सकता, ये सब बहुत ही दर्दनाक है

  • Vishal Raj

    Vishal Raj

    अप्रैल 25, 2025 AT 00:56

    वीनस का रैंक गिरना कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि वह पिछले सत्र में कम मैचें खेल रही थीं और उम्र के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ते देखी जाती है इसलिए उनका रैंक 975 होना स्वाभाविक है

  • Kailash Sharma

    Kailash Sharma

    मई 15, 2025 AT 04:21

    इतने बड़े सितारे को इस तरह से बैनलिश करना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं! दर्शकों की मूर्खता और टूर ऑर्गनाइज़र की लापरवाही ने इस नाटक को जन्म दिया! अब क्या होगा?

  • Shweta Khandelwal

    Shweta Khandelwal

    जून 4, 2025 AT 07:47

    यार ये सब तो साजिश ही है, इडियन वेल्स में कोई भी वाइल्डकार्ड नहीं देता जब तक कि बाहर से धाकड़ लोग न आएं, और वीनस जैसा गेमर खुद ही इस खेल को मोड़ता है, समझ में नहीं आता कि ये सब कूद कब तक चलेंगे

  • sanam massey

    sanam massey

    जून 24, 2025 AT 11:13

    वास्तव में, खेल की प्रबंधन में पारदर्शिता का अभाव है और खिलाड़ियों की आवाज़ को सुनना चाहिए। हमें इस मुद्दे को मिलकर सुलझाना चाहिए और भविष्य में ऐसे अनावश्यक विवादों से बचना चाहिए।

  • jinsa jose

    jinsa jose

    जुलाई 14, 2025 AT 14:39

    वीनस विलियम्स का निर्णय केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि खेल की बुनियादी संरचना को प्रश्न में डालता है। सबसे पहले, यह स्पष्ट है कि टेनिस टुर्नामेंट्स को खिलाड़ियों को पर्याप्त सूचना देना चाहिए, जिससे ऐसे परिस्थितियों से बचा जा सके। दूसरी ओर, वाइल्डकार्ड सिस्टम का उद्देश्य प्रतिभाशाली लेकिन रैंक में कम खिलाड़ी को अवसर देना है, न कि स्थापित सितारों को अनौचित्य से बाधित करना। तीसरा बिंदु यह है कि वीनस की उम्र और उनका वर्तमान फिटनेस स्तर इस निर्णय को और जटिल बनाता है। चौथे, टोरंटो के प्रबंधन ने इस प्रस्ताव को शीघ्रता से पेश किया, लेकिन संचार में गंभीर कमी रही। पाँचवें, इस तरह की स्थितियों में खेल की इंटेग्रिटी बरकरार रखना आवश्यक है। छठे, पिछले साल के कई स्कैंडल्स ने दर्शाया है कि टेनिस की गवर्नेंस को पुनर्संरचना की जरूरत है। सातवें, खिलाड़ियों को सच्ची स्वायत्तता देनी चाहिए, जिससे वे बिना किसी दबाव के अपने करियर को चुन सकें। आठवें, वीनस जैसे दिग्गज को बाहर निकालने से खेल की वैराइटी घटेगी। नौवें, इस फैसले से युवा खिलाड़ियों के लिए एक गहरी असुरक्षा उत्पन्न होगी। दसवें, टूर की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी को भी इस बदलाव को ध्यान में रखकर पुनर्विचार करना चाहिए। ग्यारहवें, हमें यह भी देखना चाहिए कि मीडिया इस मुद्दे को किस प्रकार प्रस्तुत कर रही है। बारहवें, सतही रिपोर्टिंग अक्सर गहराई को नजरअंदाज करती है, जिससे दर्शकों की राय विकृत हो जाती है। तेरहवें, इस संवाद में सभी पक्षों को समान आवाज़ देना आवश्यक है। चौदहवें, यदि खेल संघ इस प्रकार के मामलों में पारदर्शिता बरकरार रखे तो भविष्य में ऐसे विवाद कम होंगे। अंतिम बिंदु के रूप में, हम सभी को याद रखना चाहिए कि टेनिस एक खेल है, न कि व्यक्तिगत शक्ति का मंच, और इसलिए सभी निर्णय निष्पक्ष और सर्वसम्मति से होने चाहिए।

  • Suresh Chandra

    Suresh Chandra

    अगस्त 3, 2025 AT 18:04

    बिल्कुल सही, खेल को सच्ची स्वैच्छिकता चाहिए! 😊

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