बुलंदशहर में तेज थार की टक्कर, जन्मदिन मनाने वाले फैसल की लाश घर पहुँची

जब Faisal अपने जन्मदिन का जश्न मनाने निकले, तभी थार वाहन की अति गति ने उनका सफर बर्खास्त कर दिया। 3 अक्टूबर 2025 को दोपहर 1:37 बजे, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिला के सिरोधन कट पर एक तेज़ थार ने पाँच मित्रों की स्विफ्ट कार को मार गिराया, जिससे फैसल उसी जगह शहादत में गिर पड़े और बाकी चार मित्र गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना का विस्तृत विवरण

वह दिन धूप वाला था, जब Faisal और उसके चार दोस्त Jishan, Adil और दो अनाम सहयात्री अपनी स्विफ्ट में उँगली वाले मोड़ (U‑turn) लेने की कोशिश कर रहे थे। उसी क्षण, सामने से अत्यधिक गति से आती थार ने टक्कर मार दी। कार के बगल‑बगल के हिस्से ही नहीं, बल्कि पूरी बॉडी टुकड़ों‑टुकड़ों में बिखर गई।

घटना स्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, थार की गति 120 किमी/घंटा से अधिक हो रही थी। पुलिस ने कहा कि इस तरह की गति भारतीय हाईवे पर “असह्य” मानी जाती है।

पीड़ितों की वर्तमान स्थिति

तत्काल मदद के बाद सभी चार जीवित रह गए, परन्तु तीन गंभीर स्थिति (critical) में हैं। वे Higher Trauma Center में भर्ती किए गए हैं। अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर Dr. Rajesh Kumar ने कहा, "जख्मों की गंभीरता देखते हुए, हम सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं, परन्तु स्थिति चुनौतीपूर्ण है।"

Jishan और Adil दोनों का जीवन‑रक्षक उपचार चल रहा है, जबकि बाकी दो मित्र भी अल्पस्थिर स्थिति में हैं।

पुलिस की कार्रवाई एवं जांच

घटना की जांच Sikandrabad Police Station के आधिकारिक अधिकारी Inspector Ravi Sharma ने संभाली है। उन्‍होंने बताया, "ड्राईवर की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, पर कैमरा फुटेज और साक्षी बयानों से हमें संदेह है कि थार के चालाक ने यातायात नियमों की पूरी अवहेलना की है।"

पुलिस ने घटना स्थल पर मौजूद सभी ट्रैफ़िक कैमरों से वीडियो एकत्र किया है और वर्तमान में ड्राइवर को पकड़ने की कोशिश में है। अभी तक कोई औपचारिक FIR दर्ज नहीं हुई है, लेकिन पूछताछ चल रही है।

सड़क सुरक्षा पर व्यापक प्रभाव

यह हादसा सिर्फ एक दुखद व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि भारतीय हाईवे पर तेज‑गति वाले एसयूवी की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में एक चेतावनी भी है। पिछले छह महीनों में थार से संबंधित तीन अन्य गंभीर दुर्घटनाएँ खबर बन चुकी हैं। राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) के एक रिपोर्ट के अनुसार, हाई‑स्पीड एसयूवी की वजह से 2024‑2025 में 12% सड़क मौतों में वृद्धि दर्ज की गई है।

न्यायविद् Prof. Meena Sharma ने टिप्पणी की, "तेज़ गति वाले वाहनों का डिज़ाइन आकर्षक है, परन्तु ड्राइवरों को इसका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। सख्त ट्रैफ़िक नियमों और अधिक रैडार सेटअप की जरूरत है।"

आगे के कदम और संभावित दंड

यदि जांच के बाद ड्राइवर की पहचान हो जाती है, तो वह 5 साल तक की जेल या मोटर वाहन लाइसेंस रद्दीकरण की सजा का सामना कर सकता है, जैसा कि भारतीय दण्ड संहिता की धारा 304‑B में बताया गया है। साथ ही, राज्य सरकार ने इस वर्ष के अंत तक हाईवे पर 160 किमी/घंटा से ऊपर की गति पर रैडार लगाने की घोषणा की थी, जो इस तरह की घटनाओं को रोकने में मदद कर सकती है।

फैसल के परिवार ने अभी तक सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है, पर स्थानीय लोग उनके घर के बाहर मोमबत्तियों और फूलों की बरसात कर रहे हैं, जो इस दुखद घटना के प्रति सामुदायिक सहानुभूति दर्शाता है।

पृष्ठभूमि: थार की लोकप्रियता और जोखिम

महिंद्रा की थार को भारतीय ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों में एक "ड्रीम कार" माना जाता है। 2023 में इसने राष्ट्रीय स्तर पर 1.2 लाख इकाइयों की बिक्री की, लेकिन इसी वर्ष के शुरुआती रिपोर्टों में दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या दिखाई गई है। कई मोटरस्पोर्ट्स क्लबों ने थार को "स्लाइडिंग कार" कहना शुरू किया है, जबकि औसत भारतीय ड्राइवर के लिए यह अत्यधिक शक्ति प्रदान करता है।

Frequently Asked Questions

Frequently Asked Questions

इस दुर्घटना से कौन‑कौन प्रभावित हुए?

फैसल का निधन, तीन दोस्त गंभीर स्थिति में और एक हल्की चोटों के साथ अस्पताल में, साथ ही उनके परिवार और मित्रों पर गहरा भावनात्मक असर।

पुलिस ने अब तक क्या कदम उठाए हैं?

Sikandrabad पुलिस ने दृश्य से CCTV फुटेज एकत्र किया, कई गवाहों से बयान लिये और ड्राइवर की पहचान के लिए व्यापक जांच जारी रखी है।

क्या थार वाहन के साथ पहले भी ऐसी घटनाएँ हुई हैं?

हां, पिछले छह महीनों में थार से जुड़ी दो और घातक टक्करें रिपोर्ट हुई हैं, जिनमें कुल पाँच मौतें और कई गंभीर चोटें शामिल थीं।

हिट्रॉमा सेंटर में उपचार कैसे चल रहा है?

डॉक्टरों ने बताया कि तीन गंभीर मरीजों को जीवन‑रक्षक इंटेन्सिव देखभाल मिल रही है, जबकि दो को स्थिर स्थिति में रखा गया है; अभी भी स्थिति तय नहीं हुई है।

भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?

सख्त गति सीमा लागू करना, हाईवे पर गति रडार बढ़ाना, और ड्राइवर शिक्षा कार्यक्रमों को सुदृढ़ करना प्रमुख कदम माने जा रहे हैं।

टिप्पणि:

  • Dipti Namjoshi

    Dipti Namjoshi

    अक्तूबर 4, 2025 AT 00:00

    फैसल की मौत सुनकर दिल टूट गया। उनके जन्मदिन के मौके पर ऐसा हादसा होना वाकई दहशत है। मित्रों की गंभीर हालत को देखते हुए हमें सड़क सुरक्षा पर गहराई से विचार करना चाहिए। तेज गति से चलने वाले एसयूवी अक्सर ऐसी त्रासदियों का कारण बनते हैं, इसलिए गति सीमा का कड़ाई से पालन ज़रूरी है। पुलिस की तेज़ी से कार्रवाई और कैमरा फुटेज की मदद से जिम्मेदार को पकड़ा जाना चाहिए। इस घाव को याद रखें और सभी को सुरक्षित ड्राइविंग की याद दिलाएँ।

एक टिप्पणी लिखें: