मेडिकल कॉलेज काउंसलिंग: NEET से सीट मिलने तक की सरल राह

NEET पास कर लिया? खुशी होनी चाहिए, लेकिन काउंसलिंग नेक्स्ट बड़ा कदम है। एक गलत फॉर्म भरना या समय पर डॉक्यूमेंट न देना आपकी मेहनत को पस्त कर सकता है। यहां सीधे और काम के टिप्स मिलेंगे ताकि आप समझदारी से सीट पाएं।

काउंसलिंग के प्रकार और कौन चलाता है

दो मुख्य तरह की काउंसलिंग होती है — ऑल इंडिया और स्टेट। ऑल इंडिया क्वोटा (AIQ), डीन/सेंट्रल और डीयू/एमसीसी जैसी कैटेगरी MCC (Medical Counselling Committee) संचालित करती है। हर राज्य की अपनी स्टेट काउंसलिंग होती है जो राज्य कोटे की सीटें भरती है। PG और UG दोनों के लिए अलग-अलग राउंड और नियम होते हैं।

काउंसलिंग की स्कीम हर साल थोड़ी बदल सकती है; इसलिए आधिकारिक वेबसाइट (MCC या संबंधित राज्य बोर्ड) पर नोटिस और टाइमलाइन को रेगुलर चेक करें।

जरूरी डॉक्यूमेंट और रजिस्ट्रेशन टिप्स

पहले रजिस्ट्रेशन करते समय ये चीजें तैयार रखें — NEET स्कोर कार्ड, रैंक/अलॉटमेंट लेटर, 10वीं व 12वीं मार्कशीट और पास सर्टिफिकेट, Aadhar/ID प्रूफ, जाति/डोमिसाइल सर्टिफिकेट (जरूरत होने पर), PwD/ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट (यदि लागू हो), पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक डिटेल्स।

रजिस्ट्रेशन में नाम और डेट ऑफ बर्थ ठीक से भरें। गलत जानकारी बिल्डिंग ब्लॉक बन सकती है। कई बार फोटो साइज या डॉक्यूमेंट फॉर्मेट रीक्वायरमेंट के कारण अपलोड रद्द हो जाता है — गाइडलाइन पढ़कर अपलोड करें।

कुछ प्रैक्टिकल सुझाव:

  • मॉक काउंसलिंग में हिस्सा लें ताकि choice filling की प्रैक्टिस हो।
  • सीट मैट्रिक्स और पिछले साल के कटऑफ देखिए — रियलिस्टिक और एम्बिशियस दोनों विकल्प रखें।
  • चॉइस लॉक करना मत भूलिए; लॉक न करने पर आपका फेवरेट मिस हो सकता है।
  • राउंड्स और अपग्रेडेशन की पॉलिसी समझ लें — कई बार अपग्रेड के ऑप्शन से पुरानी सीट स्वतः छूट जाती है।

कितनी फीस भरनी है, ऑनलाइन या कैंपस रिपोर्टिंग कब है — ये सब अलॉटमेंट नोटिस में होता है। फीस रसीद सुरक्षित रखें।

अक्सर होने वाली गलतियाँ: दस्तावेज अधूरे रखना, प्रोविजनल रिजल्ट को नजरअंदाज करना, केवल शुरुआत के विकल्प भरना और स्टार कॉलेज की अंधाधुंध चाह। संतुलित चॉइसबोर्ड रखें — सस्टेनेबल करियर और घर के करीब कॉलेज दोनों जोड़ें।

अगर कोई शंका हो तो आधिकारिक helpline नंबर और अपने स्टेट काउंसलिंग कार्यालय से संपर्क करें। सोशल मीडिया की अफवाहों पर भरोसा न करें — हमेशा ऑफिशियल नोटिफिकेशन देखें।

काउंसलिंग पूरी प्रक्रिया है, लेकिन सही तैयारी और सूझ-बूझ से आप अच्छी सीट पा सकते हैं। छोटे-छोटे काम सही समय पर करिए — यही फर्क बनाएगा।