जब दीपिका पादुकोण, अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर कहा "मैं अब मेटा AI की आवाज़ हूँ", तो सोशल मीडिया पर हलचल खड़ी हो गई। भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में इस नई आवाज़ की उपलब्धता ने टेक‑सेवा और मनोरंजन के बीच की सीमा को धुंधला कर दिया। यह कदम Meta Platforms, Inc. की रणनीति का हिस्सा है, जो भारतीय उपयोगकर्ताओं को स्थानीयटेड अनुभव देने के लिए शत‑प्रतिशत प्रयास कर रहा है।
पृष्ठभूमि और प्रमुख संकेतक
मेटा ने 2025 के अक्टूबर में अपनी AI‑सहायक "Meta AI" को कई नए फीचर के साथ अपडेट किया, जिसमें पूरी तरह से हिन्दी समर्थन और UPI Lite भुगतान शामिल थे। वही महीना था जब भारत में UPI लेन‑देन की संख्या सितंबर 2025 में 11.4 अरब तक पहुँच गई, जैसा कि आधिकारिक रिपोर्ट में दिखाया गया है। इस डिजिटल बूम को देखते हुए मेटा ने आवाज़‑आधारित इंटरफ़ेस को भारतीय अंग्रेज़ी उच्चारण के साथ पेश करने का फैसला किया।
दीपिका पादुकोण की आवाज़ का लॉन्च
ऑक्टोबर 2025 की एक अनाम तारीख को दीपिका ने एक छोटा teaser वीडियो शेयर किया, जिसमें वह स्टूडियो में कहती हैं: "Hi, I am Deepika Padukone. I am the new voice of Meta AI. So tap the ring and my voice will run out." यह वीडियो कई मीडिया हाउसेज़ – Manifest Media, Gulf News, Indian Express, Sunrise Radio और Deccan Herald – ने तेज़ी से कवर किया। इस घोषणा में वह सिर्फ अपनी आवाज़ ही नहीं, बल्कि एक नई मार्केटिंग कहानी भी पेश कर रही थीं: युवा लोगों के लिए तकनीक को एक परिचित चेहरा देना।
मेटा की भारत‑विशेष सुविधाएँ
आवाज़ लॉन्च के साथ‑साथ, मेटा ने इंडो‑युज़र के लिए कुछ अतिरिक्त सुविधाएँ जोड़ीं:
- हिन्दी में पूरी AI‑सहायता, जिससे रीएल‑टाइम अनुवाद, जोक्स और पज़ल्स मिलते हैं।
- UPI Lite – 1,000 रुपये तक का बिना हाथ‑से‑हाथ भुगतान, जो व्हाट्सएप‑लिंक्ड बैंक अकाउंट से सीधे चलता है।
- Ray‑Ban Meta glasses ( Ray‑Ban Meta glasses ) पर QR‑कोड स्कैन करके "Hey Meta, Scan and Pay" कमांड से भुगतान करने का बीटा टेस्ट।
इन ग्लीसेस को ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में दिखाया गया, जहाँ दर्शकों ने 10‑सेकंड के भीतर एक छोटी राशि ट्रांसफर करते हुए अनुभव किया। मेटा का कहना है कि यह फीचर अक्टूबर के अंत तक लॉन्च हो जाएगा।
कानूनी और सामाजिक पहलू
इस मौके पर भारत में कई सेलिब्रिटी ने AI‑डिपफेक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है। एनील कपूर, सुनील शेट्टी, आयश़वarya राय बच्चन, आशा भोंसले और अरिजीत सिंह ने अपने पर्सनैलिटी‑राइट्स की सुरक्षा के लिए कोर्ट में याचिकाएँ दायर कीं। विशेषज्ञों का मानना है कि दीपिका का इस प्रोजेक्ट में भागीदारी, इन चिंताओं को कम करने में मदद करेगी क्योंकि यह एक नियंत्रित, पारदर्शी उपयोग‑केस प्रस्तुत करती है।
भविष्य की संभावनाएँ
मेटा की योजना है कि आवाज़‑स्थानीयकरण को आगे बढ़ाते हुए अन्य देशों में भी स्थानीय कलाकारों की आवाज़ें पेश की जाएँ। वर्तमान में छह देशों में उपलब्ध इस फीचर को 2026 में यूरोपीय बाजार में विस्तार करने की सोच है। साथ ही, भारतीय अंग्रेज़ी उच्चारण को लगातार परिष्कृत करने के लिए मेटा ने स्थानीय भाषा विशेषज्ञों और ध्वनि‑इंजीनियरों के साथ सहयोग किया है।
सारांश में, दीपिका पादुकोण का ये कदम सिर्फ एक सेलिब्रिटी‑एंडोर्समेंट नहीं, बल्कि भारतीय डिजिटल इकोसिस्टम में AI को मानवीय बनाकर अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। चाहे वह बात करे भुगतान, भाषा‑सहायता या व्यक्तिगत इंटरैक्शन की, मेटा अब उपयोगकर्ता के करीब आया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
दीपिका पादुकोण की आवाज़ किसे सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी?
मुख्यतः युवा भारतीय उपयोगकर्ता, जो इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और Ray‑Ban Meta glasses जैसी प्लेटफ़ॉर्म पर नियमित रूप से समय बिताते हैं, इनकी पसंदीदा फ़ीचर अब एक परिचित आवाज़ के साथ उपलब्ध होगी। इससे इंटरफ़ेस अधिक भरोसेमंद और आकर्षक बनता है।
Meta AI में हिन्दी भाषा समर्थन कब से शुरू हुआ?
Meta ने अक्टूबर 2025 में हिन्दी भाषा समर्थन को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया, जिससे उपयोगकर्ता रीयल‑टाइम में हिन्दी में प्रश्न पूछ सकते हैं और उत्तर प्राप्त कर सकते हैं। यह अपडेट UPI Lite और आवाज़‑स्थानीयकरण के साथ आया।
UPI Lite भुगतान कैसे काम करता है?
UPI Lite, Meta AI के साथ जुड़ा एक सुविधा है, जो उपयोगकर्ता को 1,000 रुपये तक का भुगतान बिना स्क्रीन टैप किए, केवल आवाज़ कमांड "Hey Meta, Scan and Pay" से करने देता है। भुगतान आपके व्हाट्सएप‑लिंक्ड बैंक खाते से सीधे प्रोसेस होता है।
क्या इस लॉन्च से भारत में AI‑डिपफेक मामलों में कमी आएगी?
डिपफेक के कानूनी केस अभी भी चल रहे हैं, परन्तु एक प्रमाणित और नियन्त्रित उपयोग‑केस जैसे दीपिका की आवाज़, सार्वजनिक भरोसा बढ़ा सकता है और अनधिकृत AI‑जनित सामग्री के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में मदद कर सकता है।
भविष्य में किन देशों में इसी तरह की आवाज़ें देखी जा सकती हैं?
Meta ने बताया कि 2026 में यूरोपीय बाजार में स्थानीय कलाकारों की आवाज़ों को जोड़ने की योजना है। इसके साथ ही एशिया‑पैसिफिक के कुछ और देशों में भी इस मॉडल को लागू किया जा सकता है।
Chandra Deep
अक्तूबर 22, 2025 AT 19:40