इन्फोसिस ने Q1 FY25 में लाभ 7.1% बढ़ाया, राजस्व‑मार्गदर्शन 3‑4% किया

जब Infosys Limited ने Q1 FY25 वित्तीय परिणामइन्फोसिस मुख्यालय, बेंगलुरु की घोषणा की, तो उद्योग के कई चेहरे आश्चर्यचकित रह गये। 23 जुलाई 2024 को बेंगलुरु (​बेंगलुरु) के ई‑कॉमर्स हब में आयोजित प्रेस कॉन्फ़्रेंस में, कंपनी ने राजस्व में 23.6% की साल‑दर‑साल (YoY) बढ़ोतरी के साथ‑साथ शुद्ध लाभ को 7.1% बढ़ाकर ₹6,368 करोड़ तक पहुँचाया। इस आंकड़े को देखते हुए निवेशकों को यह सोचनी पड़ेगी‑ “अच्छा, लेकिन इससे हमारे पोर्टफोलियो में क्या बदलाव आएगा?”

पिछला परिदृश्य और अग्रभूमि

इन्फोसिस, जो भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता है, का इतिहास 2020‑2023 के दौरान कई बार राजस्व‑मार्गदर्शन बदलने से जुड़ा रहा है। FY2021‑22 में कंपनी ने $2.6 बिलियन के बड़े डील‑विजय के बाद अपनी वृद्धि सीमा 14‑16% तक बढ़ी थी। वहीं FY2018 में केवल ₹3,483 करोड़ लाभ के साथ 0.2% राजस्व गिरावट दर्ज हुई थी। इसलिए, इस बार का 3‑4% FY25 मार्गदर्शन सिर्फ एक आकड़ा नहीं, बल्कि पिछले चक्रों में देखी गई “जॉब‑डॉलर‑इफ़ेक्ट” का इंडिकेशन है।

वित्तीय परिणामों का विस्तृत विवरण

कंपनी के प्रमुख आंकड़े इस प्रकार हैं:

  • शुद्ध लाभ: ₹6,368 करोड़ (YoY +7.1%)
  • कुल राजस्व: ₹34,470 करोड़ (YoY +23.6%) – बाजार अनुमान ₹34,150 करोड़ से ऊपर
  • EBIT मार्जिन: 20.5% (पिछले तिमाही 23.7% से नीचे)
  • बड़े डील‑विजय: $3.8 बिलियन
  • सक्रिय क्लाइंट: 1,867 (पिछले तिमाही 1,882 से गिरावट)

क्लाइंट‑सेगमेंट के अनुसार, वित्तीय सेवाएँ 27.4% राजस्व देती हैं, जिसके बाद निर्माण सेक्टर 14.7% का योगदान देता है। रोचक बात यह है कि वित्तीय सेवाएँ और रिटेल दोनों ने YoY वृद्धि में गिरावट दर्ज की, जबकि तकनीकी‑संबंधित सेवा‑सेगमेंट ने बेहतर प्रदर्शन किया।

प्रबंधन की टिप्पणी और रणनीतिक दिशा

इस घोटाले में Salil S. Parikh, CEO और Managing Director, ने कहा, “हमारी Q1 का प्रदर्शन एंटरप्राइज़ AI क्षमताओं की ताकत को दर्शाता है। $3.8 बिलियन के बड़े डील‑विजय हमारे प्रतिस्पर्धी स्थिति और क्लाइंट‑स्थिरता को साबित करते हैं।” उनके अनुसार, कंपनी ने क्लाइंट‑कंसॉलिडेशन को आगे बढ़ाया है, जिससे मार्जिन पर दबाव कम हुआ।

वित्तीय विश्लेषक भी यही कह रहे हैं। ICICIdirect के एएनालिस्ट, रवींद्र सिंह, ने टिप्पणी की, “इस बार की वृद्धि 2.6% है, जो बाजार की उम्मीदों से बहुत आगे है। मैर्जिन को स्थिर रखते हुए बड़े डील‑विजय ने सस्टेनेबल ग्रोथ का संकेत दिया है।”

बाजार प्रतिक्रिया और शेयर मूल्य

अच्छे आंकड़े होने के बावजूद, MarketsMojo ने कंपनी के स्टॉक को ‘होールド’ से ‘सेल’ में डाउनग्रेड कर दिया। कारण? “फ्लैट” वित्तीय परिणाम, यानी राजस्व‑वृद्धि को देखते हुए व्यावसायिक दबाव और प्रतिस्पर्धी कंपनियों के तेज़‑तर्रार विस्तार। इस बदलाव ने एनएसई और बीएसई में शेयर कीमत को 1‑2% घटा दिया।

शेयरधारकों के बीच एक आम भावना यह है‑ “हमने बढ़िया राजस्व देखा, पर मार्जिन में गिरावट और क्लाइंट घटना चिंताजनक है।” सेक्टर विशेषज्ञ मानते हैं कि नीचे की ओर सेंट्रल बैंकों की नीति और यूएस‑फॉरेक्स जोखिम भी इस गिरावट के पीछे हो सकते हैं।

आगे की राह और भविष्य की संभावनाएँ

इन्फोसिस ने अगली तिमाही के परिणामों की घोषणा अक्टूबर 2024 में करने का वादा किया है, जिसमें Q2 FY25 की रिपोर्ट होगी। यह स्पष्ट है कि कंपनी का फोकस AI‑ड्रिवन सॉल्यूशन्स, क्लाउड‑इंटेग्रेशन और हाई‑वैल्यू कंसल्टिंग पर रहेगा।

यदि 2024‑25 के बाकी हिस्से में भी $3‑4 बिलियन के डील‑विजय होते रहते हैं, तो FY25 के लिए 3‑4% राजस्व‑मार्गदर्शन एक हासिल किया हुआ लक्ष्य बन सकता है। लेकिन शेयरधारकों को यह भी देखना होगा‑ “क्या कंपनी नई जनरेटेड इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश कर रही है, और क्या ये निवेश शॉर्ट‑टर्म में शुद्ध लाभ को दबा देंगे?”

इतिहास में इन्फोसिस की दोहराई गई रणनीति

एक नजर डालें तो, पिछले दो दशकों में इन्फोसिस ने कई बार “मार्गदर्शन‑अपडेट” किया है। 2019 में 8‑10% की वृद्धि की घोषणा थी, जबकि 2020‑21 में अभूतपूर्व कोविड‑प्रभाव के कारण मार्गदर्शन को एक साल के लिए 1‑3% तक घटाया गया। फिर 2022‑23 में फिर से 12‑14% की सकारात्मक घोषणा हुई। इस पैटर्न से यह स्पष्ट है‑ कंपनी अपने प्रोजेक्टेड ग्रोथ को बाजार की स्थिति, बड़े डील‑विजय और क्लाइंट‑पूर्ति के आधार पर समायोजित करती रही है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Infosys की नई राजस्व‑मार्गदर्शन का क्या मतलब है?

3‑4% की वृद्धि संकेत देती है कि कंपनी ने अपने बड़े डील‑विजय और AI‑ओरिएंटेड सेवा‑पोर्टफोलियो को देखते हुए अपना लक्ष्य पुनः परिभाषित किया है। यदि यह लक्ष्य हासिल हो जाता है, तो FY25 में इन्फोसिस के कुल राजस्व लगभग ₹35,500‑₹36,000 करोड़ तक पहुँच सकता है, जो पिछले वर्ष के ₹30,000 करोड़ से उल्लेखनीय अंतर है।

क्लाइंट घटने से कंपनी की आय पर क्या असर पड़ेगा?

सक्रिय क्लाइंट संख्या में छोटे‑छोटे उतार‑चढ़ाव आमतौर पर आय पर बड़ा असर नहीं रखते, जब तक कि बड़े‑पैमाने के क्लाइंट नहीं निकलते। 40 क्लाइंट्स जो $100 मिलियन से ऊपर राजस्व देते हैं, संख्या में स्थिर रहे हैं, इसलिए इस वर्गीकरण में नुकसान नहीं दिखता।

क्या इन्फोसिस का EBIT मार्जिन घटना चिंता का कारण है?

20.5% का EBIT मार्जिन Q4 के 23.7% से नीचे है, जो मुख्यतः बड़े डील‑विजय के बाद कुछ गैर‑आवर्ती खर्चों (जैसे तकनीकी सब‑कॉन्ट्रैक्टर्स) के कारण है। अगर अगले दो क्वार्टर में मार्जिन 20‑22% की सीमा में स्थिर रहा, तो यह केवल एक अस्थायी प्रभाव माना जाएगा।

भविष्य में इन्फोसिस किस सेक्टर में अधिक फोकस करेगा?

CEO की टिप्पणी से स्पष्ट है कि एंटरप्राइज़ AI, क्लाउड‑इंटेग्रेशन और हाई‑वैल्यू कंसल्टिंग पर ज़ोर रहेगा। साथ ही, वित्तीय सेवाएँ और निर्माण क्षेत्रों में मौजूदा ग्राहक आधार को गहरा करने के लिए अतिरिक्त निवेश की योजना है।

इन्फोसिस के शेयर का भविष्य क्या है?

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि FY25 के अंत तक कंपनी 3‑4% राजस्व‑वृद्धि और 20‑22% EBIT मार्जिन को बनाए रखती है, तो शेयर की कीमत 5‑7% तक ऊपर जा सकती है। फॉल्ट‑इडिकेसन के हिसाब से, मार्केट का मुख्य जोखिम अभी भी ग्लोबल डिमांड की अनिश्चितता और यूएस‑डॉलर की वैल्यूशन है।

टिप्पणि:

  • akash shaikh

    akash shaikh

    अक्तूबर 16, 2025 AT 22:44

    इन्फोसीस ने फिर से आंकड़े लाए, लेकिन ये 7% बढ़ोतरी कौन पढ़ रहा है? 😂 थोड़ा मज़ाकिया लग रहा है, जैसे सालाना पार्टियों में छोटे-छोटे बोनस मिलते हों. फिर भी, शुद्ध लाभ को ₹6,368 करोड़ तक ले जाना कोई छोटा काम नहीं है, बस थोड़ा कमाई का हिसाब‑किताब ही बदल गया है.

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