ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 13 रनों से हराया, टी20 सीरीज पर 2-0 से कब्जा
सिडनी में ऑस्ट्रेलिया की रोमांचक जीत
16 नवंबर, 2024 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए दूसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 13 रनों से हराकर श्रृंखला पर 2-0 से कब्जा कर लिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया और कप्तान जोश इंग्लिस ने टीम की कमान संभाली। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जोरदार शुरुआत की और महज 19 गेंदों में अपनी टीम का 50 रन बना लिया, जो टी20 अंतर्राष्ट्रीय में उनका सबसे तेज पचासा था। हालांकि, पाकिस्तानी गेंदबाजों हैरिस रऊफ और अब्दुल्ला अफरीदी ने मजबूत वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 147/9 पर रोक दिया।
संभावित शीर्ष खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में, जो आगामी टेस्ट सीरीज के लिए तैयारी कर रहे थे, ऑस्ट्रेलिया के इस संघर्षपूर्ण स्कोर में जैक फ्रेज़र-मक्गर्क और मैट शॉर्ट ने भी अपना योगदान दिया। लेकिन मैच के हीरो थे स्पेन्सर जॉनसन, जिन्होंने व्यवस्थित गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट चटकाए और ऑस्ट्रेलिया की जीत पक्की की।
पाकिस्तान की चुनौतीपूर्ण पारी
147 रनों का पीछा करते हुए पाकिस्तान की पारी की शुरुआत खराब रही। मोहम्मद रिजवान और आघा सलमान का विकेट स्पेन्सर जॉनसन ने लगातार गेंदों पर लेकर उन्हें समेट दिया। इसके बाद, उस्मान खान और इरफान खान ने संयमित खेल दिखाया और खेल में पाकिस्तान को वापस लाने की कोशिश की। लेकिन अंततः वे टीम को पार नहीं ले जा सके और पूरी टीम 19.4 ओवर में 134 रन ही बना सकी।
यह जीत ऑस्ट्रेलिया के लिए विशेष महत्व की थी क्योंकि उन्होंने पहली मैच में भी पाकिस्तान को 29 रनों से हराया था, जो बारिश प्रभावित सात ओवर प्रति टीम का खेल था। इस जीत ने ऑस्ट्रेलिया को टी20 श्रृंखला में अजेय बढ़त दिलाई, जबकि पाकिस्तान को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाने की जरूरत थी। उनकी टीम ने हालांकि एकदिवसीय श्रृंखला को 2-1 से जीता था, जिससे उनकी उम्मीदें इस श्रृंखला में भी ऊचीं थी, लेकिन वो टी20 में उस प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके।
टीम के प्रयासों की सराहना
ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनेजमेंट ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना की, खासकर उन खिलाड़ियों की जो टीम के नियमित सदस्यों की अनुपस्थिति में अपना उम्दा खेल दिखाने में सफल रहे। यह जीत ऑस्ट्रेलियाई टीम की गहराई को दर्शाती है और यह संकेत देती है कि वे बड़े मुकाबलों के लिए कितने तैयार हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तानी टीम का भी प्रयास सराहनीय था, विशेषतः हैरिस रऊफ और अब्दुल्ला अफरीदी की गेंदबाजी जो अंत में शानदार कमबैक दिलाने वाली थी।
आने वाले मैचों में पाकिस्तान के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे अपनी रणनीतियों का पुनर्मूल्यांकन करें और उन क्षेत्रों पर काम करें जहां सुधार की जरूरत है। उनके बल्लेबाजों को विपक्षी गेंदबाजों के खिलाफ अधिक रणनीतिक रूप से खेलना होगा, जिससे उन्हें अच्छा प्लेटफॉर्म मिले। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के लिए यह सीरीज टेस्ट सीरीज से पहले एक बड़ा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला कदम साबित हुई है।
इस शानदार जीत के साथ, ऑस्ट्रेलिया टी20 में अपना प्रभाव जमाए हुए है, और यह उनकी प्रदर्शन की निरंतरता को भी दर्शाता है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मुकाबला विशेष रूप से इसलिए यादगार रहेगा क्योंकि इसमें दोनों टीमों ने अपने-अपने क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास किया।